पुनर्जागरण काल के भूगोलवेत्ता

पुनर्जागरण काल के भूगोलवेत्ता (Geographers of Renaissance Period in hindi)

पुनर्जागरण काल के भूगोलवेत्ता (Geographers of Renaissance Period in hindi) (1) पीटर एपियन (Peter Apian) पीटर एपियन (1405-1552) एक मानचित्रकार थे जिन्होंने 1530 में निर्मित अपने मानचित्र में पृथ्वी को पान के पत्ते की आकृति में तथा हृदयाकार (Heart shape) दिखाया था। इस मानचित्र में अक्षांश और देशांतर रेखाओं को वक्राकार दिखाया गया था। इस…

विज्ञान के क्षेत्र में पुनर्जागरण

विज्ञान के क्षेत्र में पुनर्जागरण (Renaissance in the Field of Science)

विज्ञान के क्षेत्र में पुनर्जागरण (Renaissance in the Field of Science) मध्यकालीन यूरोप के जीवन पर धर्म और चर्च का जबरदस्त प्रभाव था और मानव-जीवन का मुख्य ध्येय परलोक को सुधारना था। इस दृष्टिकोण को अपनाकर चलने वाले लोगों की इस संसार की खोजबीन में अधिक रुचि नहीं थी। वे लोग पीढ़ियों से चले आ…

कला के क्षेत्र में पुनर्जागरण

कला के क्षेत्र में पुनर्जागरण (Renaissance in the field of Art)

कला के क्षेत्र में पुनर्जागरण (Renaissance in the field of Art) मध्ययुगीन में कला का अपना स्वतन्त्र एवं पृथक् स्थान नहीं था वह धर्म के साथ जुड़ी हुई थी। पुनर्जागरण काल में कलाकार धार्मिक बन्धनों से मक्त होकर यथार्थवादी बन गया। अब धर्म का स्थान सांसरिकता ने, बैराग्य का स्थान सौन्दर्य ने और विरक्ति का…

साहित्य के क्षेत्र में पुनर्जागरण

साहित्य के क्षेत्र में पुनर्जागरण (Renaissance in the Field of Literature)

साहित्य के क्षेत्र में पुनर्जागरण (Renaissance in the Field of Literature) पुनर्जागरण के तत्व मुख्य रूप से साहित्य, कला, विज्ञान और राजनीतिक के क्षेत्र में दिखाई देते हैं वैसे तो इतिहास के हर युग में साहित्य की रचना हुई, परन्तु पुनर्जागरण काल में जिस साहित्य की रचना हुई है, उसका अपना एक विश्ष्टि महत्त्व है।…