बहिर्जगत् के चित्रण की विशेषताएं | विद्यापति ने बहिर्जगत् के चित्रण की विशेषताएं
बहिर्जगत् के चित्रण की विशेषताएं | विद्यापति ने बहिर्जगत् के चित्रण की विशेषताएं बहिर्जगत् के चित्रण की विशेषताएं विद्यापति ने अपने रूप-चित्रण में बहिरंग की विशेषताओं पर ही दृष्टि रखी है, अन्तरंग की ओर देखने की उनकी रुचि नहीं मालूम पड़ती है। उन्हें अन्तर्जगत् की सूक्ष्म वृत्तियाँ बहुत कम सूझी हैं। विद्यापति का काव्य प्रेम-काव्य…