भक्तिकाली के विभिन्न काव्यधाराओं का नाम | ज्ञानमार्गी संत काव्य की मूल प्रवृत्तियाँ | निर्गुण संत काव्य के सामाजिक चेतना का मूल्यांकन

भक्तिकाली के विभिन्न काव्यधाराओं का नाम | ज्ञानमार्गी संत काव्य की मूल प्रवृत्तियाँ | निर्गुण संत काव्य के सामाजिक चेतना का मूल्यांकन भक्तिकाली के विभिन्न काव्यधाराओं का नाम प्रस्तावना हिंदी साहित्य का भक्तिकाल सं. 1375 से सं. 1700 तक माना जाता है। निःसंदेह इस काल का साहित्य अपने पूर्ववर्ती एवं परवर्ती कालों के साहित्य से…