काव्यभाषा का स्वरूप | काव्यभाषा एवं सामान्य भाषा में अन्तर

काव्यभाषा का स्वरूप | काव्यभाषा एवं सामान्य भाषा में अन्तर काव्यभाषा का स्वरूप काव्य भाषा विश्व साहित्य में हमेशा से ही महत्वपूर्ण रही है। यूनानी विचारकों ने भी कवि कर्म में भाषा को ही प्रधानता दी है और भारतीय काव्यशास्त्र में भाषा को साहित्य में बहुत महत्व दिया है। आम बोलचाल की भाषा में निरन्तर…