पालि भाषा की व्युत्पत्ति | पालिभाषा का प्रदेश | पालि-साहित्य | पालि की विशेषताएं

पालि भाषा की व्युत्पत्ति | पालिभाषा का प्रदेश | पालि-साहित्य | पालि की विशेषताएं पालि भाषा की व्युत्पत्ति (उदभव एवं विकास) आचार्य बुद्धघोष ने ‘अट्ठ कथाओं में ‘पालि’ शब्द का प्रयोग ‘बुद्ध-वचन’ या ‘मूल-त्रिपिटक के पाठ’ अर्थ में किया है। यथा-‘इमानि ताव पालियं अट्ठकथायंपन’ (विसुद्धमग्ग)। इसी प्रकार दीपवंस, चळवंश आदि में ‘पालि’ शब्द का प्रयोग…