यथार्थवाद | यथार्थवाद का तात्पर्य | शिक्षा में यथार्थवाद | यथार्थवाद के रूप | यथार्थवाद के विभिन्न प्रकार

यथार्थवाद | यथार्थवाद का तात्पर्य | शिक्षा में यथार्थवाद | यथार्थवाद के रूप | यथार्थवाद के विभिन्न प्रकार यथार्थवाद पिछले अध्यायों में आदर्शवाद, प्रकृतिवाद के दर्शनों पर विचार किया गया है। आदर्शवाद का दर्शन विचार जगत एवं उसकी वस्तु पर ध्यान केन्द्रित करता है और इन्हें ही वास्तविक मानता है-‘ब्रह्म एवं सत्यं जगत् मिथ्या’ ।…