प्राकृत भाषा | साहित्य की व्युत्पत्ति | प्राकृत की ध्वनिगत | व्याकरणगत विशेषताएं

प्राकृत भाषा | साहित्य की व्युत्पत्ति | प्राकृत की ध्वनिगत | व्याकरणगत विशेषताएं प्राकृत भाषा एवं साहित्य की व्युत्पत्ति व्युत्पत्ति-प्राकृत वैयाकरणों के अनुसार प्राकृत’ का आशय निम्न प्रकार से है-‘प्रकृतिः संस्कृतं तत्र भवं प्राकृतमुच्यते । यहाँ ‘प्रकृति’ शब्द के दो अर्थो ‘संस्कार किया हुआ’ तथा ‘संस्कृत- भाषा’ से दो स्पष्ट धारणाएँ चलीं, जिसमें पहले अर्थ…