विद्यापति के काव्य का भावपक्ष एवं कलापक्ष | विद्यापति के संयोग श्रृंगार की विशेषताएँ | विद्यापति की काव्य भाषा

विद्यापति के काव्य का भावपक्ष एवं कलापक्ष | विद्यापति के संयोग श्रृंगार की विशेषताएँ | विद्यापति की काव्य भाषा विद्यापति के काव्य का भावपक्ष एवं कलापक्ष विद्यापति की ख्याति उनकी पदावली के मुख्य तीन कारण निम्नलिखित है। (1) वंदना और नचारी, (2) राधा-कृष्ण की प्रणयलीला, (3) विविध-युद्ध, दृष्टिकूट, बाल- विवाह आदि। ‘पदावली‘ एक संकलन ग्रंथ…