हिन्दी नाटक का उद्भव और विकास | भारतेन्दु-पूर्व हिन्दी नाटक | हिन्दी नाटक के उद्भव और विकास पर प्रकाश डालिये
हिन्दी नाटक का उद्भव और विकास | भारतेन्दु-पूर्व हिन्दी नाटक | हिन्दी नाटक के उद्भव और विकास पर प्रकाश डालिये हिन्दी नाटक का उद्भव और विकास भारतेन्दु-पूर्व हिन्दी नाटक वास्तविक हिन्दी नाटक का समारम्भ भारतेन्तु हरिश्चन्द्र (1907-1941) से हुआ। किन्तु उनसे पूर्व भी एक क्षीण नाट्य-परम्परा हिन्दी साहित्य के आदिकाल से चली आ रही थी।…