ऋग्वैदिक काल की सामाजिक दशा | ऋग्वैदिक काल का दैनिक जीवन | ऋग्वैदिक आर्यों का सामाजिक जीवन | The social life of the Rigvedic Age in Hindi

ऋग्वैदिक काल की सामाजिक दशा | ऋग्वैदिक काल का दैनिक जीवन | ऋग्वैदिक आर्यों का सामाजिक जीवन | The social life of the Rigvedic Age in Hindi ऋग्वैदिक काल की सामाजिक दशा ऋग्वैदिक काल की सामाजिक दशा का परिचय ऋग्वेद की अनेकानेक ऋचाओं द्वारा प्राप्त होता है। पं० नेहरू के अनुसार, “ऋग्वेद की आरम्भिक ऋचाओं…

ऋग्वैदिक सभ्यता की सामाजिक दशा | Social Condition of Rigvedic Civilization in Hindi

ऋग्वैदिक सभ्यता की सामाजिक दशा | Social Condition of Rigvedic Civilization in Hindi ऋग्वैदिक सभ्यता की सामाजिक दशा (Social Conditions) “वह (ऋग्वेद) स्थिर जनजीवन, संगठित समाज और पूर्णरूप से विकसित सभ्यता की ओर संकेत करते हैं।”-प्रोविन्सेन्ट स्मिथ कुटुम्ब व्यवस्था- ऋग्वैदिक युग में समाज की न्यूनतम इकाई परिवार था। परिवार पितृ सत्तात्मक थे। उसमें पति-पली, बच्चे,…