Dmitri Mendeleev

दिमित्री मेंडेलीव | Dmitri Mendeleev in Hindi

दिमित्री मेंडेलीव | Dmitri Mendeleev in Hindi

रसायन तत्वों की कहानी में दिमित्री मेंडेलीव | यूनानी दार्शनिक अरस्तु का विचार था कि लकड़ी, पानी, चीनी, घास, तेल, दूध आदि सभी ज्ञात पदार्थ मिट्टी, आग, पानी और हवा के मेल से बने हैं | परंतु अभी पिछले 2 वर्षों में ही यह ज्ञात हुआ है कि विभिन्न वस्तुएं 100 से अधिक चीजों से मिलकर बनी हैं – इन्हें तत्व कहा जाता है | तत्व वस्तु का वह अंतिम अंश है जिसे और पृथक नहीं किया जा सकता | परंतु तत्व अनेक छोटे परमाणुओं के समूह हैं | अनेक सामान्य तत्वों को सभी जानते हैं – जैसे लोहा, ऑक्सीजन आदि |

आपने लोहे पर जंग लगी देखी होगी | या लोहे और ऑक्सीजन गैस का मिश्रण है। यह तत्व नहीं, इसे ‘मिश्रण’ कहा जाएगा – इसे रसायन शास्त्र ‘आयरन ऑक्साइड’ कहता है। लोहे और ऑक्सीजन के मिलने से जंग बनी, इस परिवर्तित स्वरूप को ‘रासायनिक परिवर्तन’ कहते हैं।

वस्तुतः दिमित्री मेंडेलीव से पूर्व रसायन तत्वों की न तो पूर्ण संख्या मालूम थी और न उनके संपूर्ण गुण, धर्म और स्वभाव का ज्ञान था | उनके आर के अनुरूप उनका श्रेणी विभाजन भी नहीं किया जा सका था | दमित्री मेंडेलीएफ ने उनके गुण धर्म के अनुरूप तत्वों की पृथक पृथक तालिकाएं बनाई | उनसे पूर्व भी अनेक वैज्ञानिकों ने इस दिशा में असफल प्रयत्न किए थे | दिमित्री मेंडेलीव ने 1869 में विभिन्न तत्वों को आठ श्रेणियों में बांटा | इसे “दिमित्री मेंडेलीव तालिका” के नाम से जाना जाता है। उनके बाद भी कुछ तत्वों का पता चला जिन्हें उनके सिद्धांत के अनुरूप उसी तालिका में जोड़ दिया गया |

दिमित्री मेंडेलीव का जन्म रूस के साइबेरिया वीरान के तोबोलस्क नगर में 1 फरवरी 1834 में हुआ था | उनका जीवन कष्टों से भरा था | 15 वर्ष की आयु में उनके पिता की मृत्यु हो गई | कुछ दिन बाद उनका कांच बनाने का कारखाना जलकर भस्म हो गया | उनकी मां जो अपने समय की श्रेष्ठ सुंदरी थी, अपने बेटे को लेनिनग्राद ले आई परंतु उसे विश्वविद्यालय में दाखिला नहीं मिला | लाचार हो टेक्निकल स्कूल में भर्ती होना पड़ा उन्हें | रुचि विज्ञान में होने के कारण वह श्रेणी में प्रथम रहता और पुरस्कार प्राप्त करता, अंत में वह विश्वविद्यालय में ही रसायन शास्त्र का अध्यापक नियत हो गया | रसायन विज्ञान पढ़ाने के लिए पाठ्यपुस्तक दमित्री ने स्वयं तैयार की | तब तक रूस में रसायन शास्त्र संबंधी ऐसी अच्छी पाठ्यपुस्तक तैयार नहीं हुई थी |

दिमित्री मेंडेलीव की पुस्तकों का अन्य भाषाओं में भी अनुवाद हुआ | उनकी प्रसिद्धि फैली और यूरोप तथा अमेरिका में भी उनका स्वागत हुआ | उन्होंने तेल की खोज के संबंध में भी महत्वपूर्ण कार्य किया | रूस की सरकार उनके कार्य से गौरव अनुभव करती थी | देश-विदेश में ख्याति प्राप्त इस वैज्ञानिक की मृत्यु 1907  में रूसी राज्य क्रांति से पूर्व में हो गई | उनकी मृत्यु तक रसायन को 86 तत्व प्राप्त हो चुके थे | आज मानवों अणुओं के विस्फोट से नए तत्वों का निर्माण भी किया गया है | आज तत्वों की संख्या 101 से अधिक है | क्रम वही पुराना है परंतु बीच में नए तत्व जोड़े गए हैं |

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