रीति कालीन काव्य के उद्भव एवं विकास | रीति युगीन काव्य के प्रमुख प्रवृत्तियाँ | रीतिकालीन काव्य की मूलभूत प्रवृत्तियाँ
रीति कालीन काव्य के उद्भव एवं विकास | रीति युगीन काव्य के प्रमुख प्रवृत्तियाँ | रीतिकालीन काव्य की मूलभूत प्रवृत्तियाँ रीति कालीन काव्य के उद्भव एवं विकास नामकरण- रीतिकाल के नामकरण के संबंध में विद्वानों में मतैक्य नहीं। वे इसे विभिन्न नामों से संबोधित करते हैं। यथा- अलंकृत काल, कलाकाल, शृंगारकाल आदि। इस युग रीति…