सम्भववाद | सम्भववादी विचारधारा की आलोचना | सम्भववाद की संकल्पना के गुण-दोषों का परीक्षण

सम्भववाद | सम्भववादी विचारधारा की आलोचना | सम्भववाद की संकल्पना के गुण-दोषों का परीक्षण सम्भववाद (Possibilism) 20वीं शताब्दी के प्रारम्भ से ही मानवीय क्रिया-कलापों का प्रभाव उत्तरोत्तर बढ़ते रहने से मानव ने प्राकृतिक वातावरण पर निर्भरता को स्वीकारना कम कर दिया। इस सन्दर्भ में सर्वाधिक योगदान फ्रांसीसी भूगोलवेत्ताओं ने दिया। फ्रांसीसी भूगोलवेत्ताओं ने यह माना…

निश्चयवाद एवं नवनिश्चयवाद की संकल्पना | निश्चयवाद की संकल्पना | नवनिश्चयवाद की संकल्पना | निश्चयवाद और नवनिश्चयवाद की संकल्पनाओं की आलोचनात्मक व्याख्या

निश्चयवाद एवं नवनिश्चयवाद की संकल्पना | निश्चयवाद की संकल्पना | नवनिश्चयवाद की संकल्पना | निश्चयवाद और नवनिश्चयवाद की संकल्पनाओं की आलोचनात्मक व्याख्या निश्चयवाद एवं नवनिश्चयवाद की संकल्पना भूगोल में मानव और वातावरण के सम्बन्धों का विचार तो प्राचीन काल से होता रहा है, परन्तु 19वीं शताब्दी में जर्मन में इस पक्ष पर गहन अध्ययन तथा…

बीसवीं शताब्दी में मानव भूगोल का विकास

बीसवीं शताब्दी में मानव भूगोल का विकास | मानव भूगोल में जर्मन भूगोलवेत्ताओं का योगदान | मानव भूगोल में फ्रांसीसी भूगोलवेत्ताओं का योगदान | मानव भूगोल में अमेरिका भूगोलवेत्ताओं का योगदान | मानव भूगोल में ब्रिटिश भूगोलवेत्ताओं का योगदान

बीसवीं शताब्दी में मानव भूगोल का विकास | मानव भूगोल में जर्मन भूगोलवेत्ताओं का योगदान | मानव भूगोल में फ्रांसीसी भूगोलवेत्ताओं का योगदान | मानव भूगोल में अमेरिका भूगोलवेत्ताओं का योगदान | मानव भूगोल में ब्रिटिश भूगोलवेत्ताओं का योगदान बीसवीं शताब्दी में मानव भूगोल का विकास मानव भूगोल के वैज्ञानिक रूप के जन्मदाता जर्मन वैज्ञानिक…

मानव भूगोल के विकास में जर्मन भूगोलवेत्ताओं का योगदान | रैटजेल का मानव भूगोल में योगदान

मानव भूगोल के विकास में जर्मन भूगोलवेत्ताओं का योगदान | रैटजेल का मानव भूगोल में योगदान मानव भूगोल के विकास में जर्मन भूगोलवेत्ताओं का योगदान मानव भूगोल के विकास में जर्मन भूगोलवेत्ताओं का योगदान – 17वीं शताब्दी में जर्मन विद्वान क्लुवेरियल एवं वारेनियस ने पुस्तकें लिखीं जिसमें गणित, भूगोल एवं ब्रह्माण्ड का विस्तृत उल्लेख था।…

जीन ब्रून्स के अनुसार मानव भूगोल की विषय-वस्तु | मानव भूगोल की विषय-वस्तु में जीन बून्स का योगदान | जीन बून्स के अनुसार मानव भूगोल के क्षेत्र | मानव भूगोल के उद्भव एवं विकास का वर्णन 

जीन ब्रून्स के अनुसार मानव भूगोल की विषय-वस्तु | मानव भूगोल की विषय-वस्तु में जीन बून्स का योगदान | जीन बून्स के अनुसार मानव भूगोल के क्षेत्र | मानव भूगोल के उद्भव एवं विकास का वर्णन  मानव भूगोल का विषय-क्षेत्र अति व्यापक है तथा विभिन्न भूगोलवेत्ताओं ने इसकी विषय-वस्तु अथवा तथ्यों का विभाजन भिन्न-भिन्न दृष्टिकोणों…

मानव भूगोल का अर्थ | मानव भूगोल की परिभाषा | मानव भूगोल का उद्देश्य | मानव भूगोल का विषय-क्षेत्र | मानव भूगोल के अध्ययन का महत्त्व

मानव भूगोल का अर्थ | मानव भूगोल की परिभाषा | मानव भूगोल का उद्देश्य | मानव भूगोल का विषय-क्षेत्र | मानव भूगोल के अध्ययन का महत्त्व मानव भूगोल का अर्थ मानव भूगोल, भूगोल की एक प्रमुख शाखा है, जिसमें मानव को केन्द्र मानकर  पार्थिव एवं प्राकृतिक वातावरण का अध्ययन किया जाता है। वस्तुतः मानव का…

अमरकांत की कहानी-कला | राष्ट्रीय चेतना और जिस लाहौर नइ देख्या ओ जम्याइ नई

अमरकांत की कहानी-कला | राष्ट्रीय चेतना और जिस लाहौर नइ देख्या ओ जम्याइ नई अमरकांत की कहानी-कला अमरकांत को प्रेमचंद की परंपरा का सच्चा उत्तराधिकारी माना जाता है। प्रेमचंद के समान ये भी सीधे जन-सामान्य से जुड़े हुए कलाकार हैं। इन्होंने अपनी कहानियों में मध्य वर्ग के व्यक्ति की पीड़ा, लाचारी और जिजीविषा कोपूरी शक्ति…

हिंदी-साहित्य में ‘आत्मकथा’ के स्वरूप एवं विकास | हिंदी-साहित्य में संस्मरण के स्वरूप और विकास

हिंदी-साहित्य में ‘आत्मकथा’ के स्वरूप एवं विकास | हिंदी-साहित्य में संस्मरण के स्वरूप और विकास हिंदी-साहित्य में ‘आत्मकथा’ के स्वरूप एवं विकास ‘आत्मकथा’ हिंदी साहित्य की अधुनातन किंतु सशक्त गद्य-विधा है। गद्य अन्य नवीन विधाओं की ही तरह ‘आत्मकथा’ का विकास भी आधुनिक काल की देन है। आत्मकथा ‘जीवनी’ से मिलती-जुलती एक सरस संस्मरणात्मक विधा…

उपन्यास और कहानी | उपन्यास और नाटक | हिंदी-साहित्य में रिपोर्ताज’ के स्वरूप एवं विकास

उपन्यास और कहानी | उपन्यास और नाटक | हिंदी-साहित्य में रिपोर्ताज’ के स्वरूप एवं विकास उपन्यास और कहानी उपन्यास और कहानी दोनों एक ही कुल की दो संतानें हैं। अधिकांश उपन्यासकारों ने कहानियाँ भी लिखी है और कहानी संक्षिप्त होती है। लेकिन दोनों में मात्र इतना ही भेद मानना उचित नहीं है। इस एक प्रमुख…