अधिवास के प्रकार | ग्रामीण अधिवास प्रकार | ग्रामीण अधिवासों के मुख्य लक्षण | विभिन्न प्रकार के ग्रामीण अधिवासों की उत्पत्ति और विकास

अधिवास के प्रकार | ग्रामीण अधिवास प्रकार | ग्रामीण अधिवासों के मुख्य लक्षण | विभिन्न प्रकार के ग्रामीण अधिवासों की उत्पत्ति और विकास अधिवास के प्रकार भोजन और वस्त्र के पश्चात् आवास (गृह) मानव की तीसरी प्रमुख आवश्यकता है। मनुष्य भूमि पर जिस स्थान को आवास के लिए चुन लेता है और आश्रय के लिए…

मकानों का वर्गीकरण | आकृति के आधार भारतीय मकानों का वर्गीकरण | मकानों के प्रकारों को प्रभावित करने वाले कारक

मकानों का वर्गीकरण | आकृति के आधार भारतीय मकानों का वर्गीकरण | मकानों के प्रकारों को प्रभावित करने वाले कारक मकानों का वर्गीकरण आवासों की उपादेयता जानते हुए उनका वर्गीकरण, उनकी आकृति (Shape), आकार (Size), विस्तार व मंजिलें (Stores) तथा निर्माण सामग्री (building material) के आधार पर किया गया है। अनेक विद्वानों ने आवासों का…

मानव भूगोल के विभिन्न उपागम | मानव भूगोल के प्रमुख उपागमों व कल्याणकारी उपागम की विवेचना

मानव भूगोल के विभिन्न उपागम | मानव भूगोल के प्रमुख उपागमों व कल्याणकारी उपागम की विवेचना मानव भूगोल के विभिन्न उपागम मानव भूगोल के विभिन्न उपागम निम्नलिखित है- (क) आर्थिक भूगोल (Economic Geography)- आर्थिक भूगोल, मानव भूगोल की ही प्रमुख शाखा है जिसका मुख्य सम्बन्ध मनुष्य के भोजन विश्राम कपडत्रे और आराम की आवश्यकताएँ पूरी…

मानव एवं पर्यावरण के मध्य गत्यात्मक संबंध की व्याख्या | मानव भूगोल और प्राकृतिक विज्ञान | मानव भूगोल और मानवीय विज्ञान

मानव एवं पर्यावरण के मध्य गत्यात्मक संबंध की व्याख्या | मानव भूगोल और प्राकृतिक विज्ञान | मानव भूगोल और मानवीय विज्ञान मानव एवं पर्यावरण के मध्य गत्यात्मक संबंध की व्याख्या मानव भूगोल का सम्बन्ध अन्य ऐसे विज्ञानों से है, जो प्राकृतिक वातावरण और सांस्कृतिक वातावरण के तत्वों का अध्ययन करते हैं। जिनका संक्षिप्त परिचय नीचे…

मानव भूगोल के व्यावहारिक उपागमों की व्याख्या | मानव भूगोल के कल्याण परक उपागमों की व्याख्या

मानव भूगोल के व्यावहारिक उपागमों की व्याख्या | मानव भूगोल के कल्याण परक उपागमों की व्याख्या मानव भूगोल के व्यावहारिक उपागमों की व्याख्या धरातल पर सभी मानवीय क्रियाकलापों का एक प्रदेश स्तर पर अध्ययन करना मानव भूगोल का विषय-क्षेत्र कहा जाता है। मानव स्वयं एक स्वन्त्र भौगोलिक कारक है, जो अपने प्राकृतिक वातावरण द्वारा प्रदत्त…

सम्भववाद | सम्भववादी विचारधारा की आलोचना | सम्भववाद की संकल्पना के गुण-दोषों का परीक्षण

सम्भववाद | सम्भववादी विचारधारा की आलोचना | सम्भववाद की संकल्पना के गुण-दोषों का परीक्षण सम्भववाद (Possibilism) 20वीं शताब्दी के प्रारम्भ से ही मानवीय क्रिया-कलापों का प्रभाव उत्तरोत्तर बढ़ते रहने से मानव ने प्राकृतिक वातावरण पर निर्भरता को स्वीकारना कम कर दिया। इस सन्दर्भ में सर्वाधिक योगदान फ्रांसीसी भूगोलवेत्ताओं ने दिया। फ्रांसीसी भूगोलवेत्ताओं ने यह माना…

निश्चयवाद एवं नवनिश्चयवाद की संकल्पना | निश्चयवाद की संकल्पना | नवनिश्चयवाद की संकल्पना | निश्चयवाद और नवनिश्चयवाद की संकल्पनाओं की आलोचनात्मक व्याख्या

निश्चयवाद एवं नवनिश्चयवाद की संकल्पना | निश्चयवाद की संकल्पना | नवनिश्चयवाद की संकल्पना | निश्चयवाद और नवनिश्चयवाद की संकल्पनाओं की आलोचनात्मक व्याख्या निश्चयवाद एवं नवनिश्चयवाद की संकल्पना भूगोल में मानव और वातावरण के सम्बन्धों का विचार तो प्राचीन काल से होता रहा है, परन्तु 19वीं शताब्दी में जर्मन में इस पक्ष पर गहन अध्ययन तथा…

बीसवीं शताब्दी में मानव भूगोल का विकास

बीसवीं शताब्दी में मानव भूगोल का विकास | मानव भूगोल में जर्मन भूगोलवेत्ताओं का योगदान | मानव भूगोल में फ्रांसीसी भूगोलवेत्ताओं का योगदान | मानव भूगोल में अमेरिका भूगोलवेत्ताओं का योगदान | मानव भूगोल में ब्रिटिश भूगोलवेत्ताओं का योगदान

बीसवीं शताब्दी में मानव भूगोल का विकास | मानव भूगोल में जर्मन भूगोलवेत्ताओं का योगदान | मानव भूगोल में फ्रांसीसी भूगोलवेत्ताओं का योगदान | मानव भूगोल में अमेरिका भूगोलवेत्ताओं का योगदान | मानव भूगोल में ब्रिटिश भूगोलवेत्ताओं का योगदान बीसवीं शताब्दी में मानव भूगोल का विकास मानव भूगोल के वैज्ञानिक रूप के जन्मदाता जर्मन वैज्ञानिक…

मानव भूगोल के विकास में जर्मन भूगोलवेत्ताओं का योगदान | रैटजेल का मानव भूगोल में योगदान

मानव भूगोल के विकास में जर्मन भूगोलवेत्ताओं का योगदान | रैटजेल का मानव भूगोल में योगदान मानव भूगोल के विकास में जर्मन भूगोलवेत्ताओं का योगदान मानव भूगोल के विकास में जर्मन भूगोलवेत्ताओं का योगदान – 17वीं शताब्दी में जर्मन विद्वान क्लुवेरियल एवं वारेनियस ने पुस्तकें लिखीं जिसमें गणित, भूगोल एवं ब्रह्माण्ड का विस्तृत उल्लेख था।…