नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 1988

नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 1988 | राष्ट्रीय शिक्षा नीति-उद्देश्य तथा निर्देश

नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 1988 | राष्ट्रीय शिक्षा नीति-उद्देश्य तथा निर्देश नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 1988 (New National Education Policy 1986) प्राचीन काल में भारत में बालक को शिक्षा का प्रारम्भ 5 वर्ष की आयु से होता था तथा 25 वर्ष की आयु तक शिक्षा ग्रहण करता था जिसमें ब्राह्मण 6, क्षत्रीय 11 और वैश्य…

भारतीय शिक्षा आयोग के सुझाव

भारतीय शिक्षा आयोग के सुझाव | कोठारी आयोग (1964-66) के मुख्य सुझाव

भारतीय शिक्षा आयोग के सुझाव | कोठारी आयोग (1964-66) के मुख्य सुझाव आयोग के सुझाव एवं सिफारिशें (संस्तुतियाँ) (Suggestions and Recommendations of The Commission) “आयोग” ने शिक्षा के सभी अंगों के विषय में अपने विचार व्यक्त किये हैं और उनके विषय में निम्न सुझाव दिये- शिक्षा व राष्ट्रीय लक्ष्य (Education and National Objectives) “आयोग” का…

माध्यमिक शिक्षा आयोग | मुदालियर आयोग के अनुसार शिक्षा के क्या उद्देश्य | माध्यमिक शिक्षा आयोग आयोग के जाँच के विषय

माध्यमिक शिक्षा आयोग | मुदालियर आयोग (1952-53) | मुदालियर आयोग के अनुसार शिक्षा के क्या उद्देश्य | माध्यमिक शिक्षा आयोग आयोग के जाँच के विषय | मुदालियर आयोग के सुझाव एवं संस्तुतियाँ माध्यमिक शिक्षा (मुदालियर) आयोग, 1952-53 (Secondary Education Commission [Mudaliar] 1952-53) स्वतंत्र भारत की आर्थिक, सामाजिक एवं राजनैतिक परिस्थितियों में अत्यंत द्रुत गति से…

विश्वविद्यालय शिक्षा आयोग | विश्वविद्यालय शिक्षा आयोग की नियुक्ति के उद्देश्य | विश्वविद्यालय शिक्षा आयोग के जाँच के विषय | विश्वविद्यालय शिक्षा आयोग के सुझाव तथा संस्तुतियाँ

विश्वविद्यालय शिक्षा आयोग | राधाकृष्णन आयोग (1948-49) | विश्वविद्यालय शिक्षा आयोग की नियुक्ति के उद्देश्य | विश्वविद्यालय शिक्षा आयोग के जाँच के विषय | विश्वविद्यालय शिक्षा आयोग के सुझाव तथा संस्तुतियाँ विश्वविद्यालय शिक्षा आयोग (University Educational Commission, 1948-49) स्वतन्त्रता प्राप्ति के पश्चात् भारत सरकार ने इस देश की शिक्षा को सुनियोजित और सुसंगठित करने का…

संरचनात्मक प्रकार्यवाव

संरचनात्मक प्रकार्यवाव | संरचनात्मक प्रक्रियावाद की प्रक्रिया | संरचनात्मक प्रकार्यवाद की आलोचना | संरचनात्मक प्रकार्यवाव का मूल्यांकन

संरचनात्मक प्रकार्यवाव | संरचनात्मक प्रक्रियावाद की प्रक्रिया | संरचनात्मक प्रकार्यवाद की आलोचना | संरचनात्मक प्रकार्यवाव का मूल्यांकन संरचनात्मक प्रकार्यवाव (Structural Functionalism)- संरचनात्मक प्रकार्यवाद का दृष्टिकोण वह है जो अध्ययन की विधियों में ढाँचे अथवा संरचना के गठन तथा उनके कार्यों की प्रक्रियाओं के बीच तालमेल के कारण और परिणामों को पहचानने का प्रयास करता है।…

डेविड ईस्टन का सिद्धान्त

डेविड ईस्टन का सिद्धान्त | ईस्टन के व्यवस्था-विश्लेषण की प्रमुख विशेषताएँ | ईस्टन का व्यवस्था-विश्लेषण

डेविड ईस्टन का सिद्धान्त | ईस्टन के व्यवस्था-विश्लेषण की प्रमुख विशेषताएँ | ईस्टन का व्यवस्था-विश्लेषण | ईस्टन के व्यवस्था-सिद्धान्त का मूल्यांकन | डेविड ईस्टन के आगत निर्गत विश्लेषण डेविड ईस्टन का सिद्धान्त (The Theory of Easton) ईस्टन ने व्यवस्था की परिभाषा करते हुए कहा है-“राजनीतिक व्यवस्था वह व्यवस्था है जिसके अन्तर्गत हम किसी भी समाज…

व्यवस्था-सम्बन्धी उपागम

व्यवस्था-सम्बन्धी उपागम | व्यवस्था-सिद्धान्त की एक उपागम रूप में व्याख्या

व्यवस्था-सम्बन्धी उपागम | व्यवस्था-सिद्धान्त की एक उपागम रूप में व्याख्या | राजनीति विज्ञान में व्यवस्था-सिद्धान्त का उपयोग | व्यवस्थाओं का वर्गीकरण | राजनीति विज्ञान में व्यवस्था-सिद्धान्त का अनुप्रयोग | व्यवस्था-सिद्धान्त का प्रयोग व्यवस्था सिद्धांत : एक उपागम (व्यवस्था-सम्बन्धी उपागम) व्यवस्था-सिद्धान्त का मुख्य प्रतिपादक और उपयोगकर्ता डेविड ईस्टन हैं। उसके अनुसार व्यवस्था-सिद्धान्त में परस्पर सम्बद्ध एवं…

व्यवस्था-सिद्धान्त का अभिप्राय

व्यवस्था-सिद्धान्त का अभिप्राय | व्यवस्थाओं की प्रमुख विशेषताएँ

व्यवस्था-सिद्धान्त का अभिप्राय | व्यवस्थाओं की प्रमुख विशेषताएँ व्यवस्था-सिद्धान्त का अभिप्राय (System Theory-Meaning of) सन् 1953 में डेविड ईस्टन ने व्यवस्था-सिद्धान्त के समाजशास्त्रीय अध्ययनों में उपयोगी प्रयोग से प्रभावित होकर ‘दी पोलिटिकल सिस्टम’ नामक एक पुस्तक प्रकाशित की। उन्होंने राजनीतिक व्यवस्था की परिभाषा करते हुए कहा कि “किसी समाज में पारस्परिक क्रियाओं की एक ऐसी…

तुलनात्मक राजनीति के आधुनिक दृष्टिकोण

तुलनात्मक राजनीति के आधुनिक दृष्टिकोण | तुलनात्मक राजनीति के आधुनिक दृष्टिकोण में सम्मिलित किए गए मुख्य अध्ययन

तुलनात्मक राजनीति के आधुनिक दृष्टिकोण | तुलनात्मक राजनीति के आधुनिक दृष्टिकोण में सम्मिलित किए गए मुख्य अध्ययन तुलनात्मक राजनीति के आधुनिक दृष्टिकोण (Modern Approaches of Comparative Politics) तुलनात्मक अध्ययन की दृष्टि से परम्परागत दृष्टिकोण पर आधारित अध्ययन असन्तोषजनक रहा; अत: इस क्षेत्र में नई पद्धतियों और दृष्टिकोणों की खोज प्रारम्भ हुई। विश्लेषण, निरीक्षण परीक्षण की…