लौह-अयस्क | विश्व में लौह-अयस्क की संचित राशि | विश्व में लौह-अयस्क उत्पादन क्षेत्र का विवरण

लौह-अयस्क | विश्व में लौह-अयस्क की संचित राशि | विश्व में लौह-अयस्क उत्पादन क्षेत्र का विवरण

लौह-अयस्क (Iron ore)

लोहा अयस्क विश्व के 45 देशों में मिलता है। 50 से 75 प्रतिशत लोहा के खनिज का भण्डार 128 अरब मीटरी टन अनुमानित है।

विश्व में लौह-अयस्क की संचित राशि

(करोड़ मीट्रिक टन)

देश राशि देश राशि
फ्रांस 1118 ब्राजील 4500
आस्ट्रेलिया 4650 कनाडा 3000
सोवियत संघ 5776 सं० रा. अमेरिका 6000
भारत 4800 चीन 11200
स्वीडन 900 द. अफ्रीका  875
ब्रिटेन 520    

विश्व में लौह-अयस्क उत्पादन क्षेत्र का विवरण

सोवियत संघ- यह विश्व का सबसे बड़ा उत्पादक देश है। इसका भण्डार 58 अरब मीटरी टन है। इसके प्रमुख क्षेत्र यूक्रेन, यूराल तथा कुनवास है। यूक्रेन में क्रिवाईरोग, यूराल में मैग्नीटोगोर्स्क तथा कुनवास में गोरनायाशोरिया बड़े उत्पादक क्षेत्र हैं।

इन तीनों क्षेत्रों से देश का 75 प्रतिशत लोहा अयस्क मिलता है। अन्य क्षेत्र कुर्स्क, कर्च (यूक्रेन), अनासूसिकय (करागंडा), अवाकान (उत्तरी यनीसी), येहा एवं लालेनेगीक (मरमान्स्क) प्रायद्वीप आदि हैं।

आस्ट्रेलिया- निचय 25 अरब मीटरी टन है जो विश्व का 24 प्रतिशत है। पश्चिमी आस्ट्रेलिया के माउण्ट गिब्सन क्षेत्र दक्षिण आस्ट्रेलिया के आइरन नाब तथा क्वींसलैण्ड के क्लोकरी क्षेत्र में लोहा अयस्क मिलता है।

संयुक्त राज्य अमेरिका- यह देश विश्व का दूसरा बड़ा लोहा अयसक उत्पादक है। यहाँ का अनुमानित भण्डार विश्व में द्वितीय स्थान पर है। उत्पादन के प्रमुख क्षेत्र सुपीरियर झील प्रदेश, दक्षिणी पूरवी प्रदेश ) अलबामा, जार्जिया एवं टेन्नेसी), उत्तरी-पूरबी प्रदेश (न्यूयार्क पेंसिलवेनिया) तथा पश्चिमी प्रदेश (उत्तरी नेवादा) हैं। संसार के कुल उत्पादन का 33 प्रतिशत लोहा अयसक इसी देश में प्राप्त होता है। सुपीरियर झील क्षेत्र में मिनसोटा राज्य की मेसाबी, बरमिलियन तथा कुयुना पर्वत श्रेणियाँ प्रसद्धि उत्पादक हैं। अन्य श्रेणियाँ गोजोबिक, मारक्वीट तथा मेनोमिशी है जो मिशीगन एवं विस्कांसिन राज्यों में स्थित है। मेसाबी सबसे बड़ी खान है।  इस क्षेत्र में देश का तीन चौथाई लोहा अयस्वा प्राप्त होता है। यहाँ हेमाटाइट तथा मैग्नेटाइट लोहा अयस्क मिलता है। अयस्क में लोहांश 55 प्रतिशत मिलता है।

उत्तरी-पूर्वी क्षेत्रों में न्यूयार्क का एडिरोण्डाक तथा पेंसिलवेनिया का कार्नवाल क्षेत्र प्रमुख हैं। इसमें मैग्नेटाइट धातु मिलती है किन्तु खानें गहराई पर हैं, अतः अधिक कठिनाई होती है। दक्षिणी होती है। दक्षिणी-पूरबी क्षेत्र में बरर्मिघम (अलबामा) तथा डेगरफील्ड (टेक्सास) खदानें हैं। इसमें लोहांश 36 प्रतिशत से कम मिलता है।

पश्चिमी प्रदेश के नेवादा, उत्तर तथा कैलिफोर्निया राज्यों में उन्मुक्त खनन विधि से जोहा अयसक प्राप्त होता है। उत्तर के आयरन माउंटेन तथा डेसर्ट माउंड प्रसिद्ध खदानें हैं। यहाँ के अयसक में 50 से 30 प्रतिशत लोहांश है। इस प्रदेश में हेमाटाइट-मैग्नेटाइट धातु मिलती है।

ब्राजील- इस देश में इतिबारा पर्वत की काऊचोटी में श्रेष्ठ अयस्क मिलता है। इसमें लोहांश 66 प्रतिशत है। टोराइजन (मिनास जिराइट) तथा कोरम्बा एवं माराटोआ (माटरोग्रासों) में यह अयस्क मिलता है। इमसें सिलिका, गन्धक की मात्रा बहुत कम होती है। इसका निक्षेप 2,500 करोड़ टन है।

भारत- इस देश में गोआ, मध्य प्रदेश, उड़ीसा, बिहार, कर्नाटक तथा महाराष्ट्र में लोहा अयस्क अधिक मात्रा में निकलता है। उड़ीसा का केन्दुझरगढ़ एवं बोनाय, बिहार का सिंहभूमि कर्नाटक का केमानगुण्डी तथा मध्य प्रदेश का दुर्ग क्षेत्र बहुत प्रसिद्ध है। यहाँ का लोहा अयस्क उत्तम होता है जिसमें लोहांश 60 प्रतिशत से 70 प्रतिशत मिलता है। विशाखापट्टनम पत्तन से जापान को लोहा अयस्क का निर्यात भारी मात्रा में होता है। यूरोपीय देशों को भी लोहा अयस्क का निर्यात होता है।

चीन- इस देश में लोहा अयस्क का भण्डार प्राप्त होता है। अयस्क में लोहांश 40 से 55 प्रतिशत होता है। प्रमुख लोहा अयस्क उत्पादक क्षेत्र दक्षिणी मांचुको, हुए होपे, शान्तुंग प्रायद्वीप, आन्तरिक मंगोलिया तथा हैनान द्वीप है। उत्पादन की दृष्टि से इनका विश्व में द्वितीय स्थान है।

कनाडा- इस देश में लोहा अयस्क का उत्पादन तीव्र गति से बढ़ रहा है। प्रमुख उत्पादक क्षेत्र नोवास्कोशिय, न्यूफाउंडलैण्ड, ओटारियों तथा क्यूबेक प्रान्त है। शेफर बिल सर्वप्रमुख खदान है। आरिकोकन, जैमेस्टाउन, मूज पर्वत, पारमोरा तथा अन्गावा श्रेणियों में लोहा अयस्क प्राप्त होता है। सुपीरियर झील के उत्तरी-पूरबी किनारे पर जैनेस्टाटन जनपद है। पोर्ट आर्थर तथा फोर्ट विलियम के पश्चिमोत्तर स्थित स्टीपराक से भी लोहा अयस्क प्राप्त हो रहा  है। यहाँ 60 प्रतिशत लोहांश की हेमाटाइट धातु मिलती है। मध्य क्यूबेक में महत्त्वपूर्ण निक्षेप मिला है। बाबुश, माउंटरीड, माउंटराइट तथा जीन्ताइन क्षेत्र में भी लोहा अयस्क निकाला जा रहा है। न्यूफाउण्डलैण्ड में 52 से 54 प्रतिशत लोहांश मिलता है। ब्रिटिश कोलम्बिया में क्विनराम झील तथा टेक्साज द्वीप में लोहा अयस्क मिलता है। कनाडा का लोहा यूनाइटेड किंगडम, पश्चिम जर्मनी, जापान तथा नीदरलैण्ड्स को भी जाता है।

फ्रांस- उच्च एवं मध्यम कोटि के लोहा अयस्क के भण्डार तथा उत्पादन की दृष्टि से इस देश का विश्व में छठा स्थान है और उत्पादन में यूरोप में प्रथम स्थान है। लोहा  अयस्क के क्षेत्र लारेन, मध्यवर्ती सेण्टसएटनी पठार, पीरनीज क्षेत्र तथा नार्मण्डी है। यहाँ का लोहा अयस्क घटिया होता है। यहाँ लोहांश 35 से 42 प्रतिशत है। एक सौ किलोमीटर क्षेत्र विस्तृत लोरेन की खान से इस देश का 96 प्रतिशत उत्पादन होता है। यहाँ से लोहा अयस्क का निर्यात पश्चिम जर्मनी, बेल्जियम तथा ब्रिटेन को किया जाता है। इसका प्रयोग बेसिक इस्पात के निर्माण में किया जाता है।

ग्रेट ब्रिटेन- भण्डार की दृष्टि से विश्व में इस देश का सातवाँ स्थान है। इसकी प्रमुख खदानें क्लीवलैण्ड, नार्थेम्पटन, कोरबी तथा स्कनथोर्प क्षेत्रों में है। उच्च कोटि का लोहा अयस्क समाप्तप्राय है। अब घटिया किस्म का लोहा अयस्क निकाला जा रहा है। इसका  प्रयोग बेसिक इस्पात के निर्माण में किया जाता है। देश में लोहा अयस्क की कमी की पूर्ति स्वीडन, फ्रांस, स्पेन, तथा न्यूफाउंडलैण्ड देशों के आयात से होती है।

जर्मनी- इस देश में सीजरलैण्ड घाटी, साइलींशिया, वेसर घाटी तथा सैक्सोनी है। इर्जवर्ग क्षेत्र में लोहा अयस्क निकाला जाता है। सीजरलैण्ड घाटी तथा साल्जगिटर से अधिकांश लोहा अयस्क निकलता है। यहाँ लोहा अयस्क की अधिक माँग है जिसकी पूर्ति फ्रांस तथा स्वीडन से की जाती है। वास्तव में इस देश के लोहा अयस्क में धातु की मात्रा 30 प्रतिशत ही है।

स्पेन- इस देश में उच्च कोटि के लोहा अयस्क के दो क्षेत्र हैं। उत्तर में यह कैण्टेब्रियन क्षेत्र में बिल्वाओं, गिवीन, ओवोडो तथा सैण्डोण्डर में मिलता है। इस क्षेत्र में इस देश का दो तिहाई अयस्क मिलता है। दूसरा क्षेत्र जिब्राल्टर का निकटवर्ती भाग है जहाँ से दस देश का एक- चौथाई उत्पादन होता है। पीरेनीज पर्वत की खानों से भी लोहा अयस्क मिलता है। यहाँ के अयस्क में 40 से 60 प्रतिशत लोहांश है। यहाँ से लोहा अयस्क का निर्यात ग्रेटब्रिटेन तथा पश्चिम जर्मनी को हाता है। निर्यात का पतन बिल्वाओं है।

स्वीडन- लोहा अयस्क के भण्डार की दृष्टि से विश्व में इस देश का नवाँ स्थान है। उत्पादन की दृष्टि से विश्व में इसका सातवाँ स्थान है। उत्तरी भाग में किरुनाबारा जनपद की  खदान है जहाँ से अधिकांश लोहा अयस्क प्राप्त होता है। दूसरा क्षेत्र दक्षिणी भाग में है जहाँ डेनीमोरा-कोपारबर्ग की खदानें मिलती हैं। मध्य स्वीडन में गांगेजबर्ग की खान है। यहाँ उत्तम कोटि का लोहा अयस्क मिलता हैं मैग्नेटाइट लोहा अयस्क भी प्राप्त होता है जिसमें लोहांश 60 से 70 प्रतिशत मिलता है। यहाँ से लोहा अयसक ग्रेटब्रिटेन, पश्चिम जर्मनी, संयुक्त राज्य अमेरिका तथा अन्य यूरोपीय देशों को नाविक तथा लुली पत्तनों से निर्यात किया जाता है।

अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार

भारी एवं सस्ती धातु होने के कारण लोहा अयस्क का व्यापार दूर देशों के साथ नहीं होता है। निर्यात करने वाले प्रमुख देश ब्राजील, वेनेजुएला, पीरू, स्वीडन, फ्रांस, कनाडा अल्जीरिया, भारत तथा चिली हैं। प्रमुख आयातक देश संयुक्त राज्य अमेरिका, जर्मनी, ग्रेटब्रिटेन, इटली तथा जापान है। लोहा अयस्क का अधिकांश निर्यात अविकसित तथा विकासशील देशों से ही होता है।

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