हिन्दू समाज को शंकराचार्य की देन | शंकराचार्य का अद्वैत दर्शन | शंकराचार्य पर एक संक्षिप्त टिप्पणी | हिन्दू समाज के लिए शंकराचार्य का योगदान

हिन्दू समाज को शंकराचार्य की देन | शंकराचार्य का अद्वैत दर्शन | शंकराचार्य पर एक संक्षिप्त टिप्पणी | हिन्दू समाज के लिए शंकराचार्य का योगदान हिन्दू समाज को शंकराचार्य की देन बौद्ध धर्म की पराजय- कहा जाता है कि जहाँ-जहाँ तक शंकराचार्य के शंख की ध्वनि पहुँच गई, वहाँ के सभी बौद्ध ब्राह्मण-प्रधान वैदिक धर्म…

बौद्ध तथा जैन धर्म का तुलनात्मक विवरण

बौद्ध तथा जैन धर्म का तुलनात्मक विवरण | बौद्ध तथा जैन धर्म की समानताएँ | बौद्ध तथा जैन धर्म की असमानतायें | बौद्ध तथा जैन धर्म की तुलना कीजिये | Compare Buddhism with Jainism in Hindi

बौद्ध तथा जैन धर्म का तुलनात्मक विवरण | बौद्ध तथा जैन धर्म की समानताएँ | बौद्ध तथा जैन धर्म की असमानतायें | बौद्ध तथा जैन धर्म की तुलना कीजिये | Compare Buddhism with Jainism in Hindi बौद्ध तथा जैन धर्म का तुलनात्मक विवरण बौद्ध तथा जैन धर्म छठी शताब्दी ई० पू० की सुधारवादी प्रतिक्रिया के…

बौद्ध तथा हिन्दू धर्म का तुलनात्मक अध्ययन

बौद्ध तथा हिन्दू धर्म का तुलनात्मक अध्ययन | बौद्ध धर्म तथा हिन्दू धर्म की तुलना कीजिए | Compare Buddhism with Hinduism in Hindi

बौद्ध तथा हिन्दू धर्म का तुलनात्मक अध्ययन | बौद्ध धर्म तथा हिन्दू धर्म की तुलना कीजिए | Compare Buddhism with Hinduism in Hindi बौद्ध तथा हिन्दू धर्म का तुलनात्मक अध्ययन बौद्ध तथा हिन्दू धर्म का जन्म भारत में हुआ तथा इनके समस्त अर्थ और उद्देश्यों में भारतीय जनजीवन की आकांक्षाओं की प्राप्ति की अभिव्यक्ति है।…

वैष्णव धर्म के सिद्धान्त | विष्णु के अवतारों की विवेचना | वैष्णव धर्म के सिद्धान्तों का उल्लेख करते हुए विष्णु के अवतारों की विवेचना

वैष्णव धर्म के सिद्धान्त | विष्णु के अवतारों की विवेचना | वैष्णव धर्म के सिद्धान्तों का उल्लेख करते हुए विष्णु के अवतारों की विवेचना वैष्णव धर्म के सिद्धान्त- वैष्णव धर्म के सिद्धान्तों का प्रतिपादन श्रीमत् भगवत गीता में हुआ है। इसमें श्रीकृष्ण अर्जुन को उपदेश देते हुये अनेक तथ्य प्रस्तुत करते हैं। गीता के अनुसार…

प्राचीन भारत में वैष्णव धर्म का विकास | वैदिक काल से गुप्त काल तक वैष्णव धर्म का विकास | प्राचीन भारत में वैष्णव धर्म की उत्पत्ति एवं विकास | भागवत धर्म

प्राचीन भारत में वैष्णव धर्म का विकास | वैदिक काल से गुप्त काल तक वैष्णव धर्म का विकास | प्राचीन भारत में वैष्णव धर्म की उत्पत्ति एवं विकास | भागवत धर्म वैष्णव धर्म या भागवत धर्म (प्राचीन भारत में वैष्णव धर्म का विकास) भारत आदि काल से ही धर्म प्रधान देश रहा है। यहाँ धर्म…

प्राचीन भारत में शैव धर्म की उत्पत्ति एवं विकास

प्राचीन भारत में शैव धर्म की उत्पत्ति एवं विकास | शैव धर्म की प्राचीनता का उल्लेख | शैवधर्म के उद्भव एवं प्रारम्भिक इतिहास

प्राचीन भारत में शैव धर्म की उत्पत्ति एवं विकास | शैव धर्म की प्राचीनता का उल्लेख | शैवधर्म के उद्भव एवं प्रारम्भिक इतिहास प्राचीन भारत में शैव धर्म की उत्पत्ति एवं विकास शिव अर्थात् रुद्र की उपासना भारत में अति प्राचीन काल से प्रचलित है। स्वयं महेश्वर या शिव ही शैव मत के आदि उपास्य…

जीवन-चरित जानने के स्रोत

महात्मा बुद्ध की जीवनी | महात्मा बुद्ध की जीवनी के स्रोत | बौद्ध धर्म की उत्पत्ति एवं विकास

महात्मा बुद्ध की जीवनी | महात्मा बुद्ध की जीवनी के स्रोत | बौद्ध धर्म की उत्पत्ति एवं विकास जीवन-चरित जानने के स्रोत महात्मा बुद्ध के जीवन चरित का बोध हमें विविध बौद्ध-ग्रन्थों में प्राप्त होता है। इन ग्रन्थों में ‘ललित विस्तार’ ‘महावस्तु’ अश्वघोष रचित ‘बुद्ध-चरित’ तथा ‘अभिनिष्क्रमण’ सूत्र (जिसका केवल चीनी रूप ही प्राप्त हो…

कनिष्क काल तक बौद्ध धर्म का विकास

कनिष्क काल तक बौद्ध धर्म का विकास | बौद्ध साहित्य | बौद्ध संघ | बौद्ध धर्म की संगीतियाँ | महायान और हीनयान सम्प्रदाय

कनिष्क काल तक बौद्ध धर्म का विकास | बौद्ध साहित्य | बौद्ध संघ | बौद्ध धर्म की संगीतियाँ | महायान और हीनयान सम्प्रदाय कनिष्क के काल तक बौद्ध धर्म का विकास बौद्ध साहिला द्वारा केवल धर्म के विषय में ही नहीं वरन् भारतीय इतिहास के निर्धारण में भी अपूर्व योगदान प्राप्त होता है। महत्व की…

बौद्ध धर्म के दार्शनिक सिद्धान्त

बौद्ध धर्म के दार्शनिक सिद्धान्त | बौद्ध धर्म के दार्शनिक सिद्धान्तों की समीक्षा | महात्मा बुद्ध द्वारा प्रतिपादित धर्म के सिद्धान्त | बौद्ध धर्म का उद्भव एवं प्रारम्भिक इतिहास

बौद्ध धर्म के दार्शनिक सिद्धान्त | बौद्ध धर्म के दार्शनिक सिद्धान्तों की समीक्षा | महात्मा बुद्ध द्वारा प्रतिपादित धर्म के सिद्धान्त | बौद्ध धर्म का उद्भव एवं प्रारम्भिक इतिहास महात्मा बुद्ध द्वारा प्रतिपादित बौद्ध धर्म के सिद्धान्तों को प्रमुखतः दो भागों में विभाजित किया जा सकता है- (1) बौद्ध धर्म के दार्शनिक, तथा (2) बौद्ध…