बेसिक शिक्षा के गुण

बेसिक शिक्षा के गुण | बेसिक शिक्षा के दोष | Merits of Basic Education in Hindi | Demerits of Basic Education in Hindi

बेसिक शिक्षा के गुण | बेसिक शिक्षा के दोष | Merits of Basic Education in Hindi | Demerits of Basic Education in Hindi बेसिक शिक्षा के गुण (Merits of Basic Education) बेसिक शिक्षा दर्शन, मनोविज्ञान, समाजशास्त्र के सबसे अधिक आधुनिक और शुद्ध सिद्धान्तों पर आधारित है। इस दृष्टि से बेसिक शिक्षा को एक अति उत्तम…

बेसिक शिक्षा की समस्यायें

बेसिक शिक्षा की समस्यायें | Problems of Basic Education in Hindi

बेसिक शिक्षा की समस्यायें | Problems of Basic Education in Hindi बेसिक शिक्षा की समस्यायें (Problems of Basic Education) बेसिक शिक्षा को लागू करने में अनेक समस्यायें आती हैं, इसीलिए बेसिक शिक्षा आज तक सफल नहीं हो सकी है। इसकी असफलता के निम्नलिखित कारण हैं- (1) नेतृत्व-वर्ग का दृष्टिकोण (Outlook of Leaders)– समाज में उच्च…

बेसिक शिक्षा योजना के मूलभूत सिद्धान्त

बेसिक शिक्षा योजना के मूलभूत सिद्धान्त | वर्धा शिक्षा योजना के मूलभूत सिद्धान्त

बेसिक शिक्षा योजना के मूलभूत सिद्धान्त | वर्धा शिक्षा योजना के मूलभूत सिद्धान्त बेसिक शिक्षा के आधारभूत सिद्धान्त (Fundamental Principles of Basic Education) बेसिक शिक्षा के प्रमुख सिद्धान्त निम्नलिखित हैं- (1) निःशुल्क तथा अनिवार्य शिक्षा (Free and Compulsory Education)- भारत में निरक्षता का उन्मूलन करने के लिए बेसिक शिक्षा प्रणाली के अन्तर्गत 7 साल से…

स्किनर के सक्रिय अनुबन्धन सिद्धान्त

स्किनर के सक्रिय अनुबन्धन सिद्धान्त | Skinner’s Theory of Operant Conditioning in Hindi

स्किनर के सक्रिय अनुबन्धन सिद्धान्त | Skinner’s Theory of Operant Conditioning in Hindi स्किनर के सक्रिय अनुबन्धन सिद्धान्त (Skinner’s Theory of Operant Conditioning) बी. एफ स्किनर ने अधिगम के क्षेत्र में अनेक प्रयोग किये हैं। इन प्रयोगों के निष्कर्षों के आधार पर उसने अधिगम के ‘सक्रिय अनुबन्धन सिद्धान्त’ का प्रतिपादन किया है। इस सिद्धान्त के…

अधिगम के व्यवहारवादी उपागम

अधिगम के व्यवहारवादी उपागम । अधिगम का व्यवहारवादी दृष्टिकोण

अधिगम के व्यवहारवादी उपागम । अधिगम का व्यवहारवादी दृष्टिकोण अधिगम का व्यवहारवादी दृष्टिकोण या उपागम (Behaviorist Approach or Views of Learning) आधुनिक अधिगम सिद्धान्तों में व्यवहारवाद पर आधारित सिद्धान्तों का विशेष महत्त्व है। इन सिद्धान्तों को अधिगम के साहचर्य सिद्धान्त (Associative Theories of Learning) भी कहा जाता है । इसके अन्तर्गत निम्नलिखित सिद्धान्तों को सम्मिलित…

अधिगम सामग्रियों का उत्पादन और वितरण

अधिगम सामग्रियों का उत्पादन और वितरण | Production and distribution of learning materials in Hindi

अधिगम सामग्रियों का उत्पादन और वितरण | Production and distribution of learning materials in Hindi अधिगम सामग्रियों का उत्पादन और वितरण दूरस्थ शिक्षा संस्थान में सामग्री उत्पादन और वितरण प्रभाव (MPDD) प्रदान किए जाने वाले विभिन्न कार्यक्रमों और पाठ्यक्रमों के लिए स्वअधिगम सामग्री (SLM) के उत्पादन और वितरण का कार्य करता है। अध्ययन सामग्री का समय…

प्राचीनकालीन भारतीय शिक्षा के आधुनिक शिक्षा के लिये ग्रहणीय तत्त्व

प्राचीनकालीन भारतीय शिक्षा के आधुनिक शिक्षा के लिये ग्रहणीय तत्त्व | Adaptive elements of ancient Indian education for modern education in Hindi

प्राचीनकालीन भारतीय शिक्षा के आधुनिक शिक्षा के लिये ग्रहणीय तत्त्व | Adaptive elements of ancient Indian education for modern education in Hindi प्राचीनकालीन भारतीय शिक्षा के आधुनिक शिक्षा के लिये ग्रहणीय तत्त्व (Acceptable Features of Ancient Indian Education for Modern Education) प्राचीन भारतीय शिक्षा और आधुनिक भारतीय शिक्षा के मध्य अनेक शताब्दियों का अन्तर है।…

प्राचीन भारत में शिक्षा के प्रमुख उद्देश्य

प्राचीन भारत में शिक्षा के प्रमुख उद्देश्य | प्राचीन भारत में शिक्षा के प्रमुख आदर्श

प्राचीन भारत में शिक्षा के प्रमुख उद्देश्य | प्राचीन भारत में शिक्षा के प्रमुख आदर्श प्राचीन भारतीय शिक्षा के उद्देश्यों एवं आर्द्शों के संदर्भ में डा० ए० एस० अल्तेकर ने लिखा है कि (प्राचीन भारत में शिक्षा के प्रमुख उद्देश्य ) – “ईश्वर भक्ति एवं धार्मिकता का समावेश, चारित्रिक निर्माण, व्यक्तित्व का विकास, नागरिकता एवं…

दूरस्थ शिक्षा का दर्शन

दूरस्थ शिक्षा का दर्शन । मुक्त व दूरस्थ शिक्षा में दी गई रियायतों की सूची

दूरस्थ शिक्षा का दर्शन । मुक्त व दूरस्थ शिक्षा में दी गई रियायतों की सूची दूरस्थ शिक्षा का दर्शन दूरस्थ शिक्षा का दर्शन- दूरस्थ शिक्षा का आधारभूत दर्शन एवं विचारधारा बहुत साधारण है। यह है- शिक्षा एक जीवनपर्यन्त प्रक्रिया है जो बालक के जन्म से लेकर मृत्यु तक चलती है। किसी भी अवस्था में कुछ…