बुद्धि का अर्थ | बुद्धि की परिभाषा | बुद्धि के सिद्धान्तवाद | बुद्धि के प्रकार | बुद्धि मापन का तात्पर्य | मानसिक आयु और कालिक आयु | बुद्धि-लब्धि के प्रसार

बुद्धि का अर्थ | बुद्धि की परिभाषा | बुद्धि के सिद्धान्तवाद | बुद्धि के प्रकार | बुद्धि मापन का तात्पर्य | मानसिक आयु और कालिक आयु | बुद्धि-लब्धि के प्रसार बुद्धि का अर्थ बुद्धि क्या है ? बुद्धि मनुष्य को मानसिक योदता है। जिससे मनुष्य अपने सभी कार्यों को पूरा करने में सहायता लेता है।…

परिवर्त्य का तात्पर्य | चर का तात्पर्य | बौद्धिक परिवर्त्य के प्रकार | व्यक्तित्व के परिवर्त्य के प्रकार | परिवर्त्य होने के कारण | अधिगम और बुद्धि एवं व्यक्तित्व के परिवर्त्य | परिवर्त्य के अधिगम | परिवर्त्य मापन से लाभ

परिवर्त्य का तात्पर्य | चर का तात्पर्य | बौद्धिक परिवर्त्य के प्रकार | व्यक्तित्व के परिवर्त्य के प्रकार | परिवर्त्य होने के कारण | अधिगम और बुद्धि एवं व्यक्तित्व के परिवर्त्य | परिवर्त्य के अधिगम | परिवर्त्य मापन से लाभ परिवर्त्य का तात्पर्य परिवर्त्य को अंग्रेजी में variables कहा जाता है। वास्तव में यह वह…

किशोरावस्था की विशेषतायें | किशोरावस्था में शारीरिक विकास | किशोरावस्था में मानसिक विकास | किशोरावस्था में संवेगात्मक विकास | किशोरावस्था में सामाजिक विकास

किशोरावस्था की विशेषतायें | किशोरावस्था में शारीरिक विकास | किशोरावस्था में मानसिक विकास | किशोरावस्था में संवेगात्मक विकास | किशोरावस्था में सामाजिक विकास किशोरावस्था की विशेषतायें किशोरावस्था विकास की तीसरी पीढ़ी है। किशोरावस्था ‘परिपक्वता की ओर बढ़ने’ में पाई जाती है जो 12 से 18 वर्ष तक चलती है। इस अवस्था में शारीरिक, मानसिक, संवेगात्मक,…

बाल्यावस्था की विशेषताएँ | बाल्यावस्था के शारीरिक विकास | बाल्यावस्था में मानसिक विकास | बाल्यावस्था में संवेगात्मक विकास | बाल्यावस्था में सामाजिक विकास

बाल्यावस्था की विशेषताएँ | बाल्यावस्था के शारीरिक विकास | बाल्यावस्था में मानसिक विकास | बाल्यावस्था में संवेगात्मक विकास | बाल्यावस्था में सामाजिक विकास बाल्यावस्था की विशेषताएँ 5-6 वर्ष समाप्त होने पर जीवन की दूसरी विकासावस्या आती है जिसे मनोविज्ञानियों ने बाल्यावस्था कहा है जो 12 वर्ष तक चलती है। इसमें शारीरिक, मानसिक, संवेगात्मक तथा सामाजिक…

शैशवावस्था की विशेषताएँ | शैशवास्था में शारीरिक विकास | शैशवावस्था में मानसिक विकास | शैशवावस्था में संवेगात्मक विकास | शैशवावस्था में सामाजिक विकास

शैशवावस्था की विशेषताएँ | शैशवास्था में शारीरिक विकास | शैशवावस्था में मानसिक विकास | शैशवावस्था में संवेगात्मक विकास | शैशवावस्था में सामाजिक विकास जन्म के बाद से प्रौढ़ावस्था के पूर्व विकास की 3 प्रमुख अवस्थाएँ मानी गई हैं-शैशवावस्था, बाल्यावस्था और किशोरावस्था। इन तीनों अवस्थाओं का कालक्रम क्रमशः जन्म से 6 वर्ष तक, 6 से 12…

किशोरावस्था | किशोरावस्था का अर्थ | किशोरावस्या की सामान्य विशेषतायें

किशोरावस्था | किशोरावस्था का अर्थ | किशोरावस्या की सामान्य विशेषतायें किशोरावस्था – (12 वर्ष से 18 वर्ष तक) व्यक्ति के विकास में किशोरावस्था तीसरी अवस्था होती है। शिशु बालक होकर अपनी विभिन्न क्षमताओं का पर्याप्त विकास कर लेता है। प्रकृति के अनुसार जो कुछ बची हुई शक्ति प्रकट नहीं हो पाती है, वह किशोरावस्था में…

बाल्यावस्था | बाल्यावस्था का अर्थ | बाल्यावस्था की सामान्य विशेषताएँ

बाल्यावस्था | बाल्यावस्था का अर्थ | बाल्यावस्था की सामान्य विशेषताएँ बाल्यावस्था- (6 वर्ष से 12 वर्ष तक) शैशवावस्था के बाद व्यक्ति बाल्यावस्था में प्रवेश करता है जो क्रम में दूसरी अवस्था होती है। शैशवावस्था के लक्षण धीरे-धीरे लुप्त हो जाने से बाल्यावस्था में अन्य नए लक्षण दिखाई देते हैं। (पूर्व बाल्यावस्था में दोनों अवस्थाओं का…

शैशवावस्था | शैशवावस्था का अर्थ | शैशवावस्या की सामान्य विशेषताएँ

शैशवावस्था | शैशवावस्था का अर्थ | शैशवावस्या की सामान्य विशेषताएँ शैशवावस्था (जन्म से 6 वर्ष तक) प्रत्यक्ष रूप से दिखाई देने वाली यह अवस्था विकास की पहली सीढ़ी है। जन्मोपरान्त यह शुरू होती है और 6 वर्ष तक चलती है। विकास की दृष्टि से यह बहुत ही महत्वपूर्ण अवस्था है। इसका कारण यह है कि…

विकास की अवस्थाएँ | विकास अवस्थाओं का शैक्षिक महत्त्व

विकास की अवस्थाएँ | विकास अवस्थाओं का शैक्षिक महत्त्व विकास की अवस्थाएँ व्यक्ति के सम्पूर्ण जीवन काल को “विकास की अवस्था” कह सकते हैं। विकास की अवस्था कई हैं। यदि ऐसा कहा जाता है तो वहाँ अवस्था का तात्पर्य विभिन्न सोपान से है जो कुछ कालान्तर में पाए जाते हैं। इन अवस्थाओं का विभाजन कई…