वाक्यों के प्रकार

वाक्यों के प्रकार | वाक्यों के भेद

वाक्यों के प्रकार | वाक्यों के भेद वाक्यों के प्रकार वाक्यों के भेद के कई आधार स्वीकार किये गये हैं और वाक्यों के कई प्रकारों का उल्लेख किया गया है। डा0 कपिलदेव द्विवेदी ने प्रमुख रूप में वाक्यों के निम्न पाँच भेदों का उल्लेख किया है- (1) आकृतिमूलक भेद। (2) रचनामूलक भेद। (3) अर्थमूलक भेद।…

स्वरों का वर्गीकरण

स्वरों का वर्गीकरण | उच्चारण प्रयत्न के अनुसार ध्वनियों का वर्गीकरण | घोषत्व के आधार पर ध्वनियों का वर्गीकरण | प्राणत्व के आधार पर ध्वनियों का वर्गीकरण | अनुनासिकता के आधार पर ध्वनियों का वर्गीकरण

स्वरों का वर्गीकरण | उच्चारण प्रयत्न के अनुसार ध्वनियों का वर्गीकरण | घोषत्व के आधार पर ध्वनियों का वर्गीकरण | प्राणत्व के आधार पर ध्वनियों का वर्गीकरण | अनुनासिकता के आधार पर ध्वनियों का वर्गीकरण स्वरों का वर्गीकरण सामान्यतः ध्वनियों को मोटे रूप से दो भागों में बांटा जा सकता है- (अ) स्वर, (ब) व्यंजन।…

ध्वनि परिवर्तन का स्वरूप और दिशा

ध्वनि परिवर्तन का स्वरूप और दिशा

ध्वनि परिवर्तन का स्वरूप और दिशा ध्वनि परिवर्तन का स्वरूप और दिशा (1) समीकरण और सदृश्य, (2) विषमीकरण, (3) लोप, (4) आगमको समीकरण और सादृश्य- कोई एक ध्वनि किसी दूसरी ध्वनि के प्रभाव से कोई तीसरा रूप ग्रहण कर ले, तो इस प्रक्रिया को समीकरण कहा जाता है। बातचीत करते समय समीपवर्ती ध्वनियाँ एक-दूसरे पर…

ध्वनि परिवर्तन के प्रमुख कारण

ध्वनि परिवर्तन के प्रमुख कारण

ध्वनि परिवर्तन के प्रमुख कारण ध्वनि परिवर्तन के प्रमुख कारण जीवित भाषा में परिवर्तन शाश्वत है। परिवर्तन ही भाषा का विकार है। ध्वनि विकार मुख्यतः मुख-सुख और अपूर्ण अनुकरण से होता है। ‘कृष्ण’ पहले ‘क्रिशन’ हुआ फिर ‘किशुन’ और बाद में किसुन या ‘किसन’ हो गया। यह ध्वनि परिवर्तन बहुत धीरे-धीरे होने पर भी अपने…

स्वन गुण

स्वन गुण | स्वन की सामान्य विशेषतायें

स्वन गुण | स्वन की सामान्य विशेषतायें स्वन गुण ध्वनियों की कुछ सामान्य विशेषतायें भी होती हैं। लय (स्वर-भेद), मात्रा, स्वराधात ऐसी ही विशेषतायें है। अनेक व्यक्ति ध्वनि विशेष का उच्चारण यद्यपि सामान्य रूप में करते हैं किन्तु उनमें सूक्ष्म भित्रता रहती है. इसका मुख्य ध्वनि का संघटन (structure) है। अनियों के उच्चारण में श्रवास…

स्वन विज्ञान

स्वन विज्ञान | ध्वनि विज्ञान | ध्वनि विज्ञान की शाखाएँ | स्वन विज्ञान की उपयोगिता

स्वन विज्ञान | ध्वनि विज्ञान | ध्वनि विज्ञान की शाखाएँ | स्वन विज्ञान की उपयोगिता स्वन विज्ञान (ध्वनि विज्ञान) ध्वनि (स्वन) के अध्ययन या शास्त्र विज्ञान के लिए अंग्रेजी में फोनेटिक्स और फोनौलॉजी शब्दों का प्रयोग किया जा रहा है। दोनों का सम्बन्ध ग्रीक शब्द से है जिसका अर्थ ध्वनि है। ‘टिक्स’ और ‘लॉजी’ मुख्यतया…

भाषा के प्रकार्य

भाषा की प्रकृति | भाषा के अर्थ का महत्व | भाषा विज्ञान के अध्ययन में ध्वनि विज्ञान का महत्व | ऐतिहासिक भाषा विज्ञान | भाषा के प्रकार्य | प्रयत्न लाघव

भाषा की प्रकृति | भाषा के अर्थ का महत्व | भाषा विज्ञान के अध्ययन में ध्वनि विज्ञान का महत्व | ऐतिहासिक भाषा विज्ञान | भाषा के प्रकार्य | प्रयत्न लाघव भाषा की प्रकृति किसी भाषा की शब्दावली के निर्माण में प्रकृति और प्रत्यय का विशेष महत्व होता है। शब्द जिन तत्वों में मिलकर बनता है। उसमें…

'विभाषा' का तात्पर्य

‘विभाषा’ का तात्पर्य | भाषा विज्ञान की परिभाषाएँ | वर्णनात्मक भाषा विज्ञान | बोली किसे कहते हैं? | भाषा संरचना के स्तर | भाषा व्यवस्था तथा भाषा व्यवहार | भाषा और बोली में अन्तर

‘विभाषा’ का तात्पर्य | भाषा विज्ञान की परिभाषाएँ | वर्णनात्मक भाषा विज्ञान | बोली किसे कहते हैं? | भाषा संरचना के स्तर | भाषा व्यवस्था तथा भाषा व्यवहार | भाषा और बोली में अन्तर ‘विभाषा’ का तात्पर्य विभाषा- किसी प्रान्त या क्षेत्र विशेष में लोक व्यवहार अथवा साहित्य में प्रयुक्त भाषा को विभाषा’ कहते हैं।…

भाषा विज्ञान

भाषा विज्ञान | भाषा विज्ञान के प्रमुख रूप | भाषा विज्ञान की अध्ययन पद्धति | भाषा विज्ञान की वर्णात्मक एवं ऐतिहासिक पद्धति

भाषा विज्ञान | भाषा विज्ञान के प्रमुख रूप | भाषा विज्ञान की अध्ययन पद्धति | भाषा विज्ञान की वर्णात्मक एवं ऐतिहासिक पद्धति भाषा विज्ञान भाषा विज्ञान वह विज्ञान है जिसमें भाषां का विस्तृत अध्ययन किया जाता है यह अध्ययन कई दृष्टियों से होता है इसी आधार पर भाषा विज्ञान की अलग-अलग शाखा अथवा रूप निर्धारित…