पुनर्जागरण काल के भूगोलवेत्ता

पुनर्जागरण काल के भूगोलवेत्ता (Geographers of Renaissance Period in hindi)

पुनर्जागरण काल के भूगोलवेत्ता (Geographers of Renaissance Period in hindi) (1) पीटर एपियन (Peter Apian) पीटर एपियन (1405-1552) एक मानचित्रकार थे जिन्होंने 1530 में निर्मित अपने मानचित्र में पृथ्वी को पान के पत्ते की आकृति में तथा हृदयाकार (Heart shape) दिखाया था। इस मानचित्र में अक्षांश और देशांतर रेखाओं को वक्राकार दिखाया गया था। इस…

अरब भूगोलवेत्ता

अरब भूगोलवेत्ता (Arab Geographers in hindi)

अरब भूगोलवेत्ता (Arab Geographers in hindi) अनेक अरब लेखकों और विद्वानों ने भूगोल के विभिन्न क्षेत्रों में महत्वपूर्ण योगदान किया है। उनमें से कुछ प्रमुख विद्वानों के योगदान की संक्षिप्त चर्चा यहाँ की जा रही है। (1) मोहम्मद अब्दुल कासिम (Mohammad Abdul Qasim) मेसोपोटामिया के नासिबिन नगर में जन्में मोहम्मद कासिम बगदाद के निवासी थे।…

रोमन भूगोलवेत्ता

रोमन भूगोलवेत्ता (Roman Geographers in hindi)

रोमन भूगोलवेत्ता (Roman Geographers in hindi) रोमन भूगोलवेत्ताओं ने ऐतिहासिक भुगोल, गणितीय भूगोल, प्रादेशिक भूगोल और भौतिक भूगोल के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान दिया है। स्ट्रैबो (Strabo), टालमी (Tolemy), पाम्पोनियस मेला (Pomponiaus Mela), प्लिनी (Plini) आदि रोमन काल के प्रमुख भूगोलवेत्ता थे। (1) स्ट्रैबो (Strabo) रोमन भूगोलवेत्ताओं मे स्ट्रैबो (64 ई० पू० से 20 ई०)…

यूनानी भूगोलवेत्ता

यूनानी भूगोलवेत्ता (Greek Geographers in hindi)

यूनानी भूगोलवेत्ता (Greek Geographers in hindi) पृथ्वी के विभिन्न भागों के पर्यावरण और उनके निवासियों की जीवन पद्धति पर वर्णनात्मक लेखन का आरंभ यूनान में नौवीं शताब्दी ईसा पूर्व में हो गया था । तत्कालीन महाकवि होमर (Homer) की दो काव्य रचनाओं में महत्वपूर्ण भौगोलिक वर्णन मिलते हैं। इसके पश्चात् के वर्षों में थेल्स (Thales),…

प्राचीन भारत के भूगोलवेत्ता

प्राचीन भारत के भूगोलवेत्ता (Geographers of Ancient India in hindi)

प्राचीन भारत के भूगोलवेत्ता (Geographers of Ancient India in hindi) विश्व का प्राचीनतम ज्ञान भारतीय प्राचीन ग्रन्थों में मिलता है । रामायण और महाभारत काल से लेकर बारहवीं शती ईस्वी तक अनेक भारतीय विद्वानों ने विभिन्न भौगोलिक पक्षों का वर्णन अपने-अपने ग्रंथों में किया है। प्राचीन काल में भूगोल नाम का कोई अलग विषय नहीं…

WTO के मौलिक सिद्धांत

WTO के मौलिक सिद्धांत (Fundamental Principles)

WTO के मौलिक सिद्धांत (Fundamental Principles): WTO के बारे में जानना हमारे लिए काफी जरूरी है, क्योंकि जिस प्रकार के नियम और समझौते इसके अंतर्गत लिए जाते हैं उसका असर सीधे हमारे देश, उसके लोग, उसकी अर्थव्यवस्था और हमारी जिंदगी के ऊपर पड़ता है। जो हम खाते हैं, पहनते हैं और खरीदते-बेचते हैं- यह सब…

World Trade Organization

WTO क्या है ? विश्व व्यापार संगठन (World Trade Organization)

WTO क्या है ? विश्व व्यापार संगठन (World Trade Organization) सारणी WTO क्या है ? WTO की विशिष्टता WTO के अन्तर्गत राष्ट्रों के समूह WTO में निर्णय लेने की प्रक्रिया WIO के उद्देश्य (Objectives of WTO)   WTO क्या है ? WTO एक बहुपक्षीय संस्था है। इसका गठन व्यापार का उदारीकरण और मुक्त व्यापार को…

Economic Development 11th edition by Michael P. Todaro, Stephen C. Smith

Economic Development By Michael P. Todaro – Stephen C. Smith | 11th edition

Economic Development By Michael P. Todaro – Stephen C. Smith | 11th edition We have provided this book (Economic Development By Michael P. Todaro – Stephen C. Smith  | 11th edition) for you. We hope that this book will prove useful for you all. This book is thematic of economics. This book is also best…

Research Methodology Methods And Techniques By C.R.Kothari

Research Methodology Methods And Techniques By C.R.Kothari

Research Methodology Methods And Techniques By C.R.Kothari  We have provided this book (Research Methodology By C.R.Kothari) for you. We hope that this book will prove useful for you all. This book is thematic of Research. This book is also best for competitive exams. ISBN: 9788122424881 Edition: 2 Title: Research Methodology Author: C.R. Kothari Imprint: New Age International Contents (in book) Research…