भारत की प्रमुख भाषाएँ और भाषा प्रदेश
भारत की प्रमुख भाषाएँ और भाषा प्रदेश
भारत में राज्यों का सीमांकन मुख्यत: भाषा और प्रदेश के आधार पर किया गया है। जिस प्रदेश में एक से अधिक भाषा बोलने वाले हैं वहाँ प्रधान भाषा को सीमांकन का आधार बनाया गया है। सम्पूर्ण भारत को 12 भाषा प्रदेशों में विभक्त किया गया है।
हिन्दी हिन्दी भारत की राष्ट्रभाषा और लगभग 40 करोड़ लोगों की मातृभाषा है। देश की लगभग 40% जनसंख्या हिन्दी बोलती है। ठत्तरी तथा मध्य भारत में विस्तृत हिन्दी मेखला के अन्तर्गत हरियाणा, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ राज्य सम्मिलित हैं। इन राज्यों के 80% से अधिक लोग हिन्दी बोलते हैं यद्यपि उनकी बोलियों में पर्याप्त भिन्नता पाई जाती है।
बंगाली यह भारत की द्वितीय वृहत्तम भाषा है जो मुख्य रूप से पश्चिम बंग में बोली जाती है किन्तु इसका विस्तार संलग्न राज्यों- बिहार और असोम में भी है। जनगणना 1991 के अनुसार यह लगभग 70 करोड़ लोगों (8.22%) द्वारा बोली जाती है।
तेलुगू यह देश की तीसरी प्रमुख भाषा है जिसके बोलने वाले 80% से अधिक लोग आन्ध्र प्रदेश में रहते हैं। शेष तेलुगू भाषी व्यक्ति संलग्न राज्यों-तमिलनाडु और कर्नाटक में पाए जाते हैं। 1991 में तेलुगू भाषियों की संख्या (6.60 करोड़) देश की कुल संख्या की 7.80% थी।
मराठी संख्यात्मक (6.24 करोड़) दृष्टि से मराठी भारत की चौथी प्रमुख भाषा है। मराठी बोलने वाले 98% लोग महाराष्ट्र में संकेन्द्रित हैं। कर्नाटक, मध्य प्रदेश और गोआ में भी कुछ लोग मराठी बोलते हैं।
तमिल यह द्रविड़ परिवार की सर्वप्रमुख और बोलने वाली जनसंख्या के अनुसार देश की पाँचवीं वृहत्तम भाषा हैं जो 5.30 करोड़ (19.91) व्यक्तियों द्वारा बोली जाती है जो भारत की कुल जनसंख्या का 6.26% है। इसका अपना सम्पन्न साहित्य है। देश के 91.88% तमिल भाषी तमिलनाडु में हैं किन्तु इसका प्रसार संलग्न राज्यों-कनार्टक (3.3%), आन्ध्र प्रदेश (1.4%) और पुदुचेरी (1.4%) में भी है।
उर्दू यह हिन्दी का ही रूपान्तर है जो अरबी लिपि में लिखी जाती है, इसका विकास मुस्लिम शासन काल मे भारत मे हुआ। वर्तमान मे यह लगभग 5.18% भारतीय विशेषतः मुस्लिम जनसंख्या की मातृभाषा है। जम्मू-कश्मीर में इसे राज्य की आधिकारिक भाषा बनाया गया है। उर्दू भाषी लोग उत्तर प्रदेश, बिहार, हरियाणा, आन्ध्र प्रदेश, कर्नाटक आदि राज्यों में भी पाए जाते हैं।
गुजराती यह देश की सातवीं बड़ी भाषा है जो लगभग 5% जनसंख्या द्वारा बोली जाती है। 4 करोड़ (1991) गुजराती बोलने वालों में से अधिकांश गुजरात राज्य में संकेन्द्रित हैं और थोड़े लोग समीपवर्ती राज्यों- महाराष्ट्र और राजस्थान में भी मिलते हैं।
कन्नड़ यह द्रविड़ परिवार की द्वितीय प्रमुख भाषा है। संख्यात्मक दृष्टि से देश में 3 करोड़ से अधिक लोग कन्नड़ भाषी हैं जिनमें से लगभग 91% कर्नाटक के निवासी हैं। शेष 9% कन्नड़ भाषी तमिलनाडु (3.7%), महाराष्ट्र (8.2%), आन्ध्र प्रदेश (1.6%) आदि राज्यों के अन्तर्गत आते हैं।
मलयालम यह द्रविड़ परिवार की लघुतम भाषा है जो देश की लगभग 8.6% जनसंख्या द्वारा बोली जाती है। इसका मुख्य केन्द्र केरल (91.8%) है। इसके अतिरिक्त अन्य दक्षिणी राज्यों-तमिलनाडु, कर्नाटक और महाराष्ट्र में भी थोड़ी संख्या में मलयालम भाषी रहते हैं।
ओड़िया यह ओडिशा की प्रमुख भाषा है जो प्राचीन अपभ्रंश को सुरक्षित रखते हुए संस्कृत भाषा के शब्दों से सम्पन्न है। ओड़िया भाषियों की संख्या 1991 में 2,8 करोड़ (3.32%) थी।
पंजाबी मुख्यत: पंजाब राज्य की प्रमुख भाषा है किन्तु यह हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान और उत्तर प्रदेश के नगरों में रहने वाले पंजाबी परिवारों में भी बोली जाती है। पंजाबी भाषियों की संख्या 1991 में 2.34 करोड़ (2.76%) थी।
असमी मुख्यत: असोम तथा समीपवर्ती राज्यों- मेघालय, त्रिपुरा आदि में बोली जाती है। असमी बोलने वालों की संख्या 1991 में 1.80 करोड़ (1.65%) थी।
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