परैटो अनुकूलतम | परैटो मानदण्ड | परैटो अनुकूलतम की दशाएँ

परैटो अनुकूलतम | परैटो मानदण्ड | परैटो अनुकूलतम की दशाएँ परैटो अनुकूलतम (Pareto Optimum) वी० परैटो सर्वप्रथम अर्थशास्त्री थे जिन्होंने उपयोगिता के क्रमवाचक विचार (ordinal concept of utility) के आधार पर कल्याणकारी अर्थशास्त्र का विचार प्रस्तुत किया। परैटो ने उपयोगिता की मापनीयता तथा उसकी अन्तर्वैयक्तिक तुलना के विचार को गलत सिद्ध किया तथा स्पष्ट किया…

सामाजिक कल्याण के विभिन्न मानदण्ड | राष्ट्रीय आय मानदण्ड | उपयोगितावादी मानदण्ड | संख्यावाचक मानदण्ड

सामाजिक कल्याण के विभिन्न मानदण्ड | राष्ट्रीय आय मानदण्ड | उपयोगितावादी मानदण्ड | संख्यावाचक मानदण्ड सामाजिक कल्याण के विभिन्न मानदण्ड सामाजिक कल्याण की निम्नलिखित कसौटियों को विस्तार से समझाइए। (क) राष्ट्रीय आय कसौटी (मानदण्ड) (ख) उपयोगितावादी कसौटी (मानदण्ड) (ग) संख्यावाचक कसौटी (मानदण्ड) कल्याणवादी अर्थशास्त्र का सम्बन्ध समाज के कल्याण के दृष्टिकोण से वैकल्पिक आर्थिक दशाओं…

सीमान्तवाद के पतन के कारण | फर्म के सिद्धान्त से सम्बन्धित सीमान्तवादी उपागम की प्रमुख आलोचना

सीमान्तवाद के पतन के कारण | फर्म के सिद्धान्त से सम्बन्धित सीमान्तवादी उपागम की प्रमुख आलोचना सीमान्तवाद के पतन के कारण फर्म के सिद्धान्त से सम्बन्धित सीमान्तवादी उपागम की प्रमुख आलोचना 1939 में सर्वप्रथम हाल एवं हिच (Hall and Hitch) ने फर्म के परम्परागत नवप्रतिष्ठित सिद्धान्त की आलोचना की। कालान्तर में लेस्टर, मैकल, ओलिवर, गार्डन…

घाटे के बजट के दोष

घाटे के बजट के दोष | Demerits of Deficit Budget in Hindi

घाटे के बजट के दोष | Demerits of Deficit Budget in Hindi घाटे के बजट के दोष (Demerits of Deficit Budget)- यदि सरकार ‘घाटे के बजट’ में अन्धाधुन्ध वृद्धि कर रही है तो ऐसे बजट राष्ट्र हित में नहीं रहते हैं। क्योंकि जहाँ घाटे के बजट आर्थिक विकास के पर्याय हैं और सीमा के भीतर…

घाटे के बजट की सुरक्षित सीमा

घाटे के बजट की सुरक्षित सीमा | Safe Limit of Deficit Budget in Hindi

घाटे के बजट की सुरक्षित सीमा | Safe Limit of Deficit Budget in Hindi घाटे के बजट की सुरक्षित सीमा (Safe Limit of Deficit Budget)- यों तो घाटे के बजट को अनुचित ही समझा जाता है, लेकिन ऐसा वास्तव में नहीं है क्योंकि घाटे के बजट के संदर्भ में कहा जाता है कि “घाटे का…

घाटे की वित्त व्यवस्था

घाटे की वित्त व्यवस्था | घाटे के बजट एवं घाटे की वित्त-व्यवस्था में अन्तर | विकासशील देश और हीनार्थ प्रबन्धन | हीनार्थ प्रबन्धन का महत्व | हीनार्थ प्रबन्धन की सीमायें

घाटे की वित्त व्यवस्था | घाटे के बजट एवं घाटे की वित्त-व्यवस्था में अन्तर | विकासशील देश और हीनार्थ प्रबन्धन | हीनार्थ प्रबन्धन का महत्व | हीनार्थ प्रबन्धन की सीमायें  घाटे की वित्त व्यवस्था (Deficit Financing)- साधारण शब्दों, में जब सरकार का व्यय उसकी आय से अधिक हो जाता है अथवा उसकी आय उसके व्यय…

राजकोषीय नीति की सीमाएँ

राजकोषीय नीति की सीमाएँ | राजकोषीय या बजट नीति की सफलता हेतु सुझाव

राजकोषीय नीति की सीमाएँ | राजकोषीय या बजट नीति की सफलता हेतु सुझाव राजकोषीय नीति की सीमाएँ उत्तम कर प्रणाली का अभाव- विकासशील देशों में एक अच्छी कर प्रणाली का प्रभाव होता है, क्योंकि सरकार एक कर व्यवस्था लागू करती है, समस्याग्रसत राष्ट्र में वह व्यवस्था अधिक दिनों तक टिकाऊ नहीं रहती है, परिणामस्वरूप राजकोषीय…

सार्वजनिक ऋण का प्रभाव

सार्वजनिक ऋण का प्रभाव | सार्वजनिक ऋण का उत्पादन पर प्रभाव | सार्वजनिक ऋण का वितरण पर प्रभाव | सार्वजनिक ऋण का व्यावसायिक क्रियाओं एवं रोजगार पर प्रभाव

सार्वजनिक ऋण का प्रभाव | सार्वजनिक ऋण का उत्पादन पर प्रभाव | सार्वजनिक ऋण का वितरण पर प्रभाव | सार्वजनिक ऋण का व्यावसायिक क्रियाओं एवं रोजगार पर प्रभाव सार्वजनिक ऋण का प्रभाव सार्वजनिक ऋण का प्रभाव किसी अर्थव्यवस्था के लिए वरदान एवं अभिशाप दोनों हैं। आर्थिक संक्रान्ति के दौर से गुजरते देशों के लिए सार्वजनिक…

सार्वजनिक ऋण

सार्वजनिक ऋण | सार्वजनिक ऋण एवं व्यक्तिगत ऋण में अन्तर | सार्वजनिक ऋणों का वर्गीकरण | आन्तरिक ऋण तथा बाह्य ऋण में अन्तर | विदेशी ऋणों लाभ | विदेशी ऋण से हानियाँ

सार्वजनिक ऋण | सार्वजनिक ऋण एवं व्यक्तिगत ऋण में अन्तर | सार्वजनिक ऋणों का वर्गीकरण | आन्तरिक ऋण तथा बाह्य ऋण में अन्तर | विदेशी ऋणों लाभ | विदेशी ऋण से हानियाँ सार्वजनिक ऋण प्राचीन समय में ही ऋण लेने की प्रथा चली आ रही है। राजा तथा महाराजा भी बैंकों तथा कम्पनियों से ऋण…