तुलसीदास की काव्यगत विशेषताएँ | तुलसीदास की काव्यगत विशेषताओं पर आलोचनात्मक निबन्ध
तुलसीदास की काव्यगत विशेषताएँ | तुलसीदास की काव्यगत विशेषताओं पर आलोचनात्मक निबन्ध तुलसीदास की काव्यगत विशेषताएँ गोस्वामी तुलसीदास काव्य वह सागर है जो रत्नों से भरा पड़ा है, जिसमें चाहे जहाँ गोता लगाओं रत्न की हत्न हाथ में आते हैं उन्होंने पर्यादा पुरुषोत्तम राम के जीवन एवं कार्यों को अपनी अनुभूति में इस प्रकार पचा…