उड़ीसा के मन्दिर | उड़ीसा के मन्दिरों की प्रमुख विशेषताएं | उड़ीसा के मन्दिरों पर निबन्ध

उड़ीसा के मन्दिर | उड़ीसा के मन्दिरों की प्रमुख विशेषताएं | उड़ीसा के मन्दिरों पर निबन्ध उड़ीसा के मन्दिर उड़ीसा ब्राह्मण सम्प्रदाय की कला का अनूठा और विशुद्ध केन्द्र है, जिस पर विजातीय कलाओं का प्रभाव नहीं पड़ा है। यहां के मन्दिर वास्तु के दो प्रधान भाग हैं- (1) विमान (Towered Sanctuary) और (2) जगमोहन…

गुप्तोत्तरयुगीन हिन्दू मन्दिर | गुप्तोत्तरयुगीन हिन्दू मन्दिरों और स्थापत्य

गुप्तोत्तरयुगीन हिन्दू मन्दिर | गुप्तोत्तरयुगीन हिन्दू मन्दिरों और स्थापत्य गुप्तोत्तरयुगीन हिन्दू मन्दिर शिखर-युक्त मन्दिर भारतीय वास्तुकला के सर्वोत्तम उदाहरणों में हैं। छठी शताब्दी के पश्चात् मन्दिर कला में गुप्तकालीन ओज और नवीनता तो नहीं रहती, परन्तु लालित्य बहुत अधिक बढ़ जाता है। इस समय तक मन्दिरों के निर्माण में प्रयोग करने की अवस्था बीत जाती…

प्रारम्भिक हिन्दू-मन्दिर वास्तुकला | प्रारम्भिक हिन्दू-मन्दिर वास्तुकला और स्थापत्य | मन्दिरों की आवश्यकता | ऐतिहासिक युग का प्रारम्भ | गुप्तकाल के हिन्दू-मंन्दिरों की शैलियां

प्रारम्भिक हिन्दू-मन्दिर वास्तुकला | प्रारम्भिक हिन्दू-मन्दिर वास्तुकला और स्थापत्य | मन्दिरों की आवश्यकता | ऐतिहासिक युग का प्रारम्भ | गुप्तकाल के हिन्दू-मंन्दिरों की शैलियां प्रारम्भिक हिन्दू-मन्दिर वास्तुकला (मन्दिरों की आवश्यकता) भारत के इतिहास में ईसा के बाद की शताब्दियाँ भक्ति प्रधान पौराणिक हिन्दू-धर्म के वैष्णव और शैव इत्यादि सम्प्रदायों और बौद्ध धर्म के महायान सम्प्रदाय…

पाषाणकालीन संस्कृति | प्रागैतिहासिक काल में भारत के पाषाणकालीन संस्कृति | निम्न पूर्व पाषाणकाल | मध्य पूर्व पाषाणकाल | उच्च पूर्व पाषाणकाल

पाषाणकालीन संस्कृति | प्रागैतिहासिक काल में भारत के पाषाणकालीन संस्कृति | निम्न पूर्व पाषाणकाल | मध्य पूर्व पाषाणकाल | उच्च पूर्व पाषाणकाल पाषाणकाल इतिहास का विभाजन प्रागितिहास (Pre-history), आद्य इतिहास (Proto- history) तथा इतिहास (History) तीन भागों में किया गया है। प्रागितिहास से तात्पर्य उस काल से है जिसका कोई लिखित साक्ष्य नहीं मिलता। आद्य-इतिहास…

गुप्त युग की कला की प्रमुख विशेषताएं | गुप्त युग की कला की विशिष्टताओं का वर्णन

गुप्त युग की कला की प्रमुख विशेषताएं | गुप्त युग की कला की विशिष्टताओं का वर्णन गुप्त युग की कला की प्रमुख विशेषताएं डॉ० आर० सी० मजूमदार का कथन है कि “गुप्त युग के साथ हम भारतीय मूर्तिकला को श्रेण्य प्रावस्था में प्रवेश करते हैं। शताब्दियों के प्रयत्न से कला पूर्णता को प्राप्त हुई; कला…

गुप्तकालीन चित्रकला | गुप्तकालीन चित्रकला की विशेषताएँ | अजन्ता के प्रमुख चित्र

गुप्तकालीन चित्रकला | गुप्तकालीन चित्रकला की विशेषताएँ | अजन्ता के प्रमुख चित्र गुप्तकालीन चित्रकला- यदि गुप्तकालीन मूर्तिकला सर्वोत्कृष्ट है, तो चित्रकला भी उससे कम नहीं है। अजन्ता की चित्रकला इसका सर्वोत्तम प्रमाण है। अजन्ता में उनतीस गुफाएं हैं। पहले संभवतः इन सभी में भित्ति चित्र थे, परन्तु अब केवल छह गुफाओं (गुफा सं० 1, 2,…

गुप्त काल की मूर्ति कला | गुप्तकाल की कुछ प्रसिद्ध मूर्तियां | गुप्तकालीन मूर्ति कला की विशेषताएँ | गुप्तकालीन मृण्मूर्तियाँ

गुप्त काल की मूर्ति कला | गुप्तकाल की कुछ प्रसिद्ध मूर्तियां | गुप्तकालीन मूर्ति कला की विशेषताएँ | गुप्तकालीन मृण्मूर्तियाँ गुप्त काल की मूर्ति कला- श्री पी० एन० चोपड़ा के शब्दों में, “गुप्त कला का सर्वोत्तम पक्ष है उसकी मूर्ति कला । कलाकार की छेनी ने पत्थर को उन सुन्दर मूर्तियों का रूप प्रदान किया…

गुप्त काल में कला का विकास | गुप्तकालीन गुफाएँ और स्तूप | गुप्तकालीन मन्दिर | गुप्तकालीन मन्दिरों की विशेषाएँ

गुप्त काल में कला का विकास | गुप्तकालीन गुफाएँ और स्तूप | गुप्तकालीन मन्दिर | गुप्तकालीन मन्दिरों की विशेषाएँ गुप्त काल में कला का विकास असाधारण उन्नति- गुप्त काल प्राचीन भारत का ‘स्वर्ण युग’ था। इस काल में साहित्य, विज्ञान, तथा ललित कलाओं की असाधारण उन्नति हुई। श्री एम० एल० विद्यार्थी ने लिखा है कि…

भारतीय चित्रकला का प्रारम्भिक रूप | पूर्व ऐतिहासिक काल की चित्रकला | प्रस्तरकाल की चित्रकला | नवीनकाल की चित्रकला | धातुकला की चित्रकला | प्रागैतिहासिक काल की चित्रकला

भारतीय चित्रकला का प्रारम्भिक रूप | पूर्व ऐतिहासिक काल की चित्रकला | प्रस्तरकाल की चित्रकला | नवीनकाल की चित्रकला | धातुकला की चित्रकला | प्रागैतिहासिक काल की चित्रकला भारतीय चित्रकला का प्रारम्भिक रूप (पूर्व ऐतिहासिक काल की चित्रकला) यह काल ईसा से 3500 ई० पूर्व तक रहा। इसका प्रमाण शिलालेखों, धातु के अस्त्र शस्त्रों, गहनों…