भारत छोड़ो आन्दोलन | भारत छोड़ो आन्दोलन की असफलता के कारण | भारत छोड़ो आन्दोलन के परिणाम और महत्व

भारत छोड़ो आन्दोलन | भारत छोड़ो आन्दोलन की असफलता के कारण | भारत छोड़ो आन्दोलन के परिणाम और महत्व भारत छोड़ो आन्दोलन सन् 1942 का भारत छोड़ो आन्दोलन स्वाधीनता संग्राम की महानतम् अहिंसात्मक क्रान्ति थी। इस क्रान्ति ने भारत में ब्रिटिश साम्राज्यवाद की नींव हिला दी। इस आन्दोलन के फलस्वरूप हमारी स्वाधीनता निकट आई और…

सविनय अवज्ञा आन्दोलन | सविनय अवज्ञा आन्दोलन की घोषणा | सविनय अवज्ञा आन्दोलन के कार्यक्रम | सविनय अवज्ञा आन्दोलन का राष्ट्रीय आन्दोलन में महत्व एवं योगदान

सविनय अवज्ञा आन्दोलन | सविनय अवज्ञा आन्दोलन की घोषणा | सविनय अवज्ञा आन्दोलन के कार्यक्रम | सविनय अवज्ञा आन्दोलन का राष्ट्रीय आन्दोलन में महत्व एवं योगदान सविनय अवज्ञा आन्दोलन सविनय अवज्ञा आन्दोलन की घोषणा- लन्दन से लौटकर लॉर्ड इरविन ने 31 अक्टूबर, 1929 ई० को यह घोषणा की कि ब्रिटिश सरकार की यह मान्यता है…

भारतीय राजनीति में उग्रवाद के उदय के कारण | उदारवादियों एवं उग्रवादियों में अन्तर | उदारवादियों एवं उग्रवादियों के मध्य सैद्धान्तिक मतभेद

भारतीय राजनीति में उग्रवाद के उदय के कारण | उदारवादियों एवं उग्रवादियों में अन्तर | उदारवादियों एवं उग्रवादियों के मध्य सैद्धान्तिक मतभेद भारतीय राजनीति में उग्रवाद के उदय के कारण भारतीय राजनीति में 1885 से 1905 तक उदारवादियों का बोलबाला बना रहा। परन्तु इस अवधि में ऐसी अनेक घटनाएँ घटीं जिनसे उग्रवाद को पनपने का…

उग्रवादी कौन थे? | उग्रवादियों की विचारधारा की प्रमुख विशेषताएँ | उग्रवादियों की उपलब्धियाँ

उग्रवादी कौन थे? | उग्रवादियों की विचारधारा की प्रमुख विशेषताएँ | उग्रवादियों की उपलब्धियाँ उग्रवादी कौन थे? 19वीं शताब्दी के अन्तिम दशक में भारत में एक नवीन विचारधारा का जन्म हुआ, जिसे उग्रवाद के नाम से जाना जाता है। बाल गंगाधर तिलक, विपिनचन्द्र पाल, लाला लाजपतराय, अरविन्द घोष आदि नेता उग्रवादी विचारधारा के पोषक थे।…

उदारवादी कौन थे? | उदारवादियों की विचारधारा और कार्य पद्धति | उदारवादियों की उपलब्धियाँ

उदारवादी कौन थे? | उदारवादियों की विचारधारा और कार्य पद्धति | उदारवादियों की उपलब्धियाँ उदारवादी कौन थे? 1885 ई० में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना हुई। 1885 से 1905 तक कांग्रेस की गतिवदियों पर उदारवादियों का प्रभुत्व बना रहा। इस काल में कांग्रेस की नीति अत्यन्त उदार रही। अतः इस काल को उदारवादी युग कहा…

काबूर तथा इटली का एकीकरण | इटली के एकीकरण में काबुर का योगदान | प्लोबियर्स का समझौता | Cavour and unification of Italy in Hindi

काबूर तथा इटली का एकीकरण | इटली के एकीकरण में काबुर का योगदान | प्लोबियर्स का समझौता | Cavour and unification of Italy in Hindi काबूर तथा इटली का एकीकरण (Cavour and unification of Italy) काउन्ट काबूर (Count Camilo Benso Cavour) पीडमौण्ड का निवासी था और पेशे में इंजीनियर था। आरम्भ में वह सेना में…

फासीवाद का अर्थ | इटली में फाँसीवाद के उदय के कारण | मुसोलिनी का उत्कर्ष | मुसोलिनी तथा फाँसीवाद का अन्त | मुसोलिनी के पतन के कारण | इटली में फाँसीवाद का विकास

फासीवाद का अर्थ | इटली में फाँसीवाद के उदय के कारण | मुसोलिनी का उत्कर्ष | मुसोलिनी तथा फाँसीवाद का अन्त | मुसोलिनी के पतन के कारण | इटली में फाँसीवाद का विकास फासीवाद का अर्थ फासीवाद को साम्यवाद, पूंजीवाद साम्राज्यवाद और सैनिकवाद का मिश्रण कहा जा सकता है। फासीवाद के अन्तर्गत समस्त शक्ति राज्य…

इटली के एकीकरण में सहायक तत्व

इटली के एकीकरण में सहायक तत्व | Auxiliary elements in the unification of Italy in Hindi

इटली के एकीकरण में सहायक तत्व | Auxiliary elements in the unification of Italy in Hindi इटली के एकीकरण में सहायक तत्व- इटली के एकीकरण में विभिन्न विकट बाधाओं के बावजूद वहाँ स्वतंत्रता, समानता तथा देश प्रेम की भावनाएँ अधिक समय तक दबी नहीं रह सकी। इटली के कुछ देशभक्तों और लोकतंत्र के समर्थकों ने…

मुसोलिनी की विदेश नीति | मुसोलिनी की विदेश नीति के उद्देश्य | मुसोलिनी की विदेश नीति | मुसोलिनी की विदेश नीति का विश्व शान्ति पर प्रभाव

मुसोलिनी की विदेश नीति | मुसोलिनी की विदेश नीति के उद्देश्य | मुसोलिनी की विदेश नीति | मुसोलिनी की विदेश नीति का विश्व शान्ति पर प्रभाव मुसोलिनी की विदेश नीति प्रथम महायुद्ध में इटली की सेनाओं ने कोई विशिष्ट वीरता प्रदर्शित नहीं की थी। इटली निवासी अपनी सैनिक दुर्बलता को समझते थे और उनमें एक…