अनुवाद के क्षेत्र | अनुवाद का क्षेत्र राष्ट्रीय ही नहीं वरन् अन्तर्राष्ट्रीय है

अनुवाद के क्षेत्र | अनुवाद का क्षेत्र राष्ट्रीय ही नहीं वरन् अन्तर्राष्ट्रीय है अनुवाद के क्षेत्र वर्तमान युग में अनुवाद का क्षेत्र बातचीत अथवा वार्तालाप का है। कहते हैं कि दो अपरिचित व्यक्ति एक साथ घण्टों तक खड़े रहने पर भी एक दूसरे से बात नहीं करते। यह परिस्थिति तब भी आ सकती है, जब…

सम्पादकीय | सम्पादकीय की संरचना | सम्पादकीय की भाषा शैली | सम्पादक समाचार पत्र का प्रमुखी शिल्पी

सम्पादकीय | सम्पादकीय की संरचना | सम्पादकीय की भाषा शैली | सम्पादक समाचार पत्र का प्रमुखी शिल्पी सम्पादकीय समाचार-पत्रों के विकास में दिनोदिन अभिवृद्धि के लिए संगठन का प्रश्न अत्यन्त महत्वपूर्ण है जब समाचार-पत्रों का संचालन बृहद स्तर पर किया जाता है तो वह एक औद्योगिक इकाई के रूप में प्रतिष्ठित हो जाता है। इस…

समाचार लेखन | समाचार लेखन की परिभाषा | समाचार की कुछ परिभाषाएँ | समाचार के प्रमुख तत्व | समाचार लेखन की प्रक्रिया | वैविध्यपूर्ण समाचार लेखन | समाचार का प्रारूप

समाचार लेखन | समाचार लेखन की परिभाषा | समाचार की कुछ परिभाषाएँ | समाचार के प्रमुख तत्व | समाचार लेखन की प्रक्रिया | वैविध्यपूर्ण समाचार लेखन | समाचार का प्रारूप समाचार लेखन समाचार (News) की व्युत्पत्ति एवं परिभाषा समाचार शब्द संस्कृत का है। यह सम्+आ+चर+घञ् (दो उपसर्गो एक धातु एवं एक प्रत्यय) से बनता है।…

मुद्रित माध्यम के लिए समाचार लेखन का प्रारूप | मुद्रित माध्यम के लिए समाचार लेखन की प्रविधि

मुद्रित माध्यम के लिए समाचार लेखन का प्रारूप | मुद्रित माध्यम के लिए समाचार लेखन की प्रविधि मुद्रित माध्यम के लिए समाचार लेखन का प्रारूप “समाचार पत्रों का लेखन जीवन के उन दृश्यो को चित्रित करता है जिनमें साहित्यिक लेखन उसके आदर्शों की खोज करता है।” इस उक्ति को यदि ध्यान में रखा जाय तो…

वैश्विक परिप्रेक्ष्य में अनुवाद का महत्व | रोजगार के क्षेत्र में अनुवाद का महत्व

वैश्विक परिप्रेक्ष्य में अनुवाद का महत्व | रोजगार के क्षेत्र में अनुवाद का महत्व वैश्विक परिप्रेक्ष्य में अनुवाद का महत्व ‘भूमण्डलीकरण‘, ‘वसुधैव कुटुम्बकम् ‘ का ताजा संस्करण है लेकिन ‘वसुधैव कुटुम्बकम्’ एक भारतीय अवधारणा है जो मानवता पर आधारित है जबकि भूमण्डलीय का मानवता से कुछ भी लेना-देना नहीं है। यह पूरी तरह अर्थ पर…

पारिभाषित शब्द | पारिभाषिक शब्द के प्रकार | पारिभाषित शब्दों की आवश्यकता

पारिभाषित शब्द | पारिभाषिक शब्द के प्रकार | पारिभाषित शब्दों की आवश्यकता पारिभाषित शब्द भारतीय भाषा वैज्ञानिकों ने भी परिभाषिक शब्दों को समझने की कोशिश की है। मशहूर कोश विज्ञानी डॉ. रघुवीर ने पारिभाषिक शब्द को परिभाषित करते हुए लिखा है- “पारिभाषिक शब्द किसको कहते हैं, जिसकी परिभाषा की गयी हो। पारिभाषिक शब्द का अर्थ…

राष्ट्रभाषा | राजभाषा | राष्ट्रभाषा और राजभाषा का अन्तर

राष्ट्रभाषा | राजभाषा | राष्ट्रभाषा और राजभाषा का अन्तर राष्ट्रभाषा हिन्दी के संबंध में सुभाषचन्द्र बोस, बंकिमचन्द्र, रवीन्द्रनाथ टैगोर सभी का अभिमत था, कि इसे राष्ट्रभाषा होना चाहिए। 1938 ई. में वर्धा में श्री सुभाषचन्द्र बोस ने कहा था- “हिन्दी का प्रचार इसलिए किया जा रहा है कि यह बहुत व्यापक रूप में बोली समझी…

प्रतिवेदन से अभिप्राय | प्रतिवेदन का स्वरूप | प्रतिवेदन के प्रकार

प्रतिवेदन से अभिप्राय | प्रतिवेदन का स्वरूप | प्रतिवेदन के प्रकार प्रतिवेदन से अभिप्राय किसी व्यक्ति, वस्तु, पटना के सोद्देश्य सूक्ष्य निरीक्षणोपरांत तैयार किया गया यह सम्पूर्ण विवरण प्रतिवेदन कहलाता है, जो उस व्यक्ति, वस्तु एवं घटना की वास्तविक स्थिति प्रस्तुत करने के साथ-साथ उपादेयता का भी परीक्षण प्रस्तुत कर रहा हो। विभिन्न संस्थाओं, संगठनों…

प्रयोजनमूलक हिन्दी | प्रयोजनमूलक हिन्दी की प्रमुख प्रयुक्तियाँ

प्रयोजनमूलक हिन्दी | प्रयोजनमूलक हिन्दी की प्रमुख प्रयुक्तियाँ प्रयोजनमूलक हिन्दी सामान्य हिन्दी की नीव पर प्रयोजनमूलक हिन्दी का भवन निर्मित होता है। अब तो साहित्यिक हिन्दी के समानान्तर प्रयोजनमूलक हिन्दी के पठन-पाठन की अनिवार्यता को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग भी स्वीकृति दे रहा है। असंख्य विश्वविद्यालयों का महाविद्यालयों में प्रयोजनमूलक हिन्दी के पाठ्यक्रम पढ़ाये भी जा…