सोन नदी घाटी में सांस्कृतिक अनुक्रम

सोन नदी घाटी में सांस्कृतिक अनुक्रम | सिहावल जमाव | पटपरा जमाव | बाघोर जमाव | खेतौंही जमाव | सोन नदी घाटी के सांस्कृतिक अनुक्रम का निरूपण कीजिए

सोन नदी घाटी में सांस्कृतिक अनुक्रम | सिहावल जमाव | पटपरा जमाव | बाघोर जमाव | खेतौंही जमाव | सोन नदी घाटी के सांस्कृतिक अनुक्रम का निरूपण कीजिए सोन नदी घाटी में सांस्कृतिक अनुक्रम मध्य सोन घाटी का भारत के भूतात्त्विक एवं पुरातात्त्विक अध्ययन की दृष्टि से महत्त्वपूर्ण स्थान है। सोन एक पहाड़ी नदी है…

मध्य गंगा घाटी का सांस्कृतिक अनुक्रम | अनु-पुरापाषाण काल | आरम्भिक मध्य पाषाण काल | परवर्ती मध्य पाषाण काल | सराय नाहर राय | गंगाघाटी के सांस्कृतिक अनुक्रम की विवेचना

मध्य गंगा घाटी का सांस्कृतिक अनुक्रम | अनु-पुरापाषाण काल | आरम्भिक मध्य पाषाण काल | परवर्ती मध्य पाषाण काल | सराय नाहर राय | गंगाघाटी के सांस्कृतिक अनुक्रम की विवेचना मध्य गंगा घाटी का सांस्कृतिक अनुक्रम गंगा का विशाल, चौरस मैदान हिमालय पर्वत तथा दक्षिण के पठारी भाग के बीच में स्थित है। यह मैदान…

निम्न पुरापाषाण काल | निम्न पुरापाषाणकाल के अनुक्रम की विवेचना

निम्न पुरापाषाण काल | निम्न पुरापाषाणकाल के अनुक्रम की विवेचना निम्न पुरापाषाण काल भारत की निम्न पुरापाषाण काल की संस्कृति को उपकरण-प्रकार तथा प्रसार-क्षेत्र के आधार पर दो प्रमुख वर्गों में विभाजित किया जा सकता है- चॉपर-चापिंग पेबुल संस्कृति (Chopper-Chopping Pebble Culture), हैण्ड एक्स संस्कृति (Hand Axe Culture) चॉपर-चापिंग संस्कृति पाकिस्तान के पंजाब में प्रवाहित…

भारत में प्रागैतिहासिक काल | पुरापाषाण काल | मध्य-पाषाण काल | उत्तर-पाषाण काल | ताँबे और काँसे का काल | लौह-काल | भारत में प्रागौतिहासिक काल के इतिहास

भारत में प्रागैतिहासिक काल | पुरापाषाण काल | मध्य-पाषाण काल | उत्तर-पाषाण काल | ताँबे और काँसे का काल | लौह-काल | भारत में प्रागौतिहासिक काल के इतिहास भारत में प्रागौतिहासिक काल के इतिहास प्रागैतिहासिक काल मानव-प्रगति का वह काल है जिसके इतिहास का ज्ञान हमें नहीं है। भारत में मानव-अस्तित्व के प्रारम्भ से ही…

वेसर शैली | वेसर शैली एवं उससे बने मन्दिर | चौलुक्य कालीन स्थापत्य | सोलंकी कालीन स्थापत्य

वेसर शैली | वेसर शैली एवं उससे बने मन्दिर | चौलुक्य कालीन स्थापत्य | सोलंकी कालीन स्थापत्य वेसर शैली दक्षिण भारत में मन्दिर स्थापत्य की दो कला शैलियों का विकास हुआ। वेसर शैली एवं द्रविड़ शैली। वेसर शैली के मन्दिरों का आकार अर्धगोलाकार था तथा द्रविड़ शैली का अष्टभुजाकार था। वेसर शैली का विकास चालुक्यों…

गुर्जर प्रतिहार स्थापत्य कला | गुर्जर प्रतिहार स्थापत्य | गुर्जर प्रतिहार वास्तुकला का परिचय

गुर्जर प्रतिहार स्थापत्य कला | गुर्जर प्रतिहार स्थापत्य | गुर्जर प्रतिहार वास्तुकला का परिचय गुर्जर प्रतिहार स्थापत्य कला (गुर्जर-प्रतिहार स्थापत्य) गुप्त साम्राज्य के पतन के पश्चात् गुजरात तथा राजस्थान के भूभाग पर आठवीं शती के मध्य से लेकर ग्यारहवीं शती तक प्रतिहार वंश का शासन था। त्रिकोणात्मक संघर्ष की उहापोह वाली स्थिति को समाप्त कर…

खजुराहो मूर्तिकला की प्रमुख विशेषताएं | Salient Features of Khajuraho Sculpture in Hindi

खजुराहो मूर्तिकला की प्रमुख विशेषताएं | Salient Features of Khajuraho Sculpture in Hindi खजुराहो मूर्तिकला की प्रमुख विशेषताएं खजुराहो की विभिन्न मूर्तियों के सूक्ष्म अवलोकन से यह ज्ञात होता है कि कलाकार ने मानव-मूर्तियों पर ही बल दिया था तथा उसे ही मूर्तिकला का केन्द्र बनाया था। उसी के अलंकरणार्थ विभिन्न पशु-पक्षी मूर्तियों का निर्माण…

पल्लव मन्दिरों की प्रमुख विशेषताएं | पल्लव मूर्ति कला | पल्लव मूर्ति कला पर संक्षिप्त टिप्पणी

पल्लव मन्दिरों की प्रमुख विशेषताएं | पल्लव मूर्ति कला | पल्लव मूर्ति कला पर संक्षिप्त टिप्पणी पल्लव मन्दिरों की प्रमुख विशेषताएं दक्षिण भारत में कला के क्षेत्र में पल्लव-काल से एक नवीन युग का प्रारम्भ होता है। पल्लव कला भारतीय इतिहास की महान् देन है। पल्लव वंश के शासक शैव धर्मावलम्बी थे। अतः उन्होंने अनेकों…

खजुराहो के मन्दिर | खजुराहो के मन्दिरों के प्रमुख विशेषताएं | खजुराहो के मन्दिरों पर एक विस्तृत टिप्पणी

खजुराहो के मन्दिर | खजुराहो के मन्दिरों के प्रमुख विशेषताएं | खजुराहो के मन्दिरों पर एक विस्तृत टिप्पणी खजुराहो के मन्दिर बुंदेलखंड में स्थित चंदेलों का बनवाया हुआ खजुराहो का मंदिर समूह बहुत ही प्रसिद्ध है। वहाँ छोटे बड़े पचासों जैन और हिंदू मंदिर है। इनमें कंदरियानाथ महादेव का विशाल मंदिर मुख्य है (फलक-२६)। जमीन…