भारत में प्राथमिक शिक्षा का विकास | ब्रिटिश काल में प्राथमिक शिक्षा | स्वतंत्र भारत में प्राथमिक शिक्षा

भारत में प्राथमिक शिक्षा का विकास | ब्रिटिश काल में प्राथमिक शिक्षा | स्वतंत्र भारत में प्राथमिक शिक्षा भारत में प्राथमिक शिक्षा का विकास (Development of Primary Education in India) शिक्षा के विभिन्न स्तरों में प्राथमिक स्तर शिक्षा का महत्त्वपूर्ण स्तर है, क्योंकि प्राथमिक स्तर से ही बालकों की शिक्षा प्रारंभ होती है। प्राथमिक शिक्षा…

उच्च शिक्षा के उद्देश्य

उच्च शिक्षा के उद्देश्य | उच्च शिक्षा का महत्त्व एवं आवश्यकता

उच्च शिक्षा के उद्देश्य | उच्च शिक्षा का महत्त्व एवं आवश्यकता उच्च शिक्षा के उद्देश्य (Objectives of Higher Education) वस्तुतः भारत में विभिन्न स्तरों की शिक्षा के उद्देश्य निश्चित करने का कार्य सर्वप्रथम ‘वुड के घोषणा पत्र’ (1854) में किया गया। इसके बाद भारत में जो भी शिक्षा आयोग गठित हुए सभी ने विभिन्न स्तरों…

माध्यमिक शिक्षा के व्यावसायीकरण की धीमी प्रगति के कारण

माध्यमिक शिक्षा के व्यावसायीकरण की धीमी प्रगति के कारण | प्रमुख सिफारिशें

माध्यमिक शिक्षा के व्यावसायीकरण की धीमी प्रगति के कारण | प्रमुख सिफारिशें माध्यमिक शिक्षा आयोग के विचार में व्यावसायिक शिक्षा की धीमी प्रगति के कारण (Causes of the Slow Growth of Vocational Education According to Secondary Education Commission) माध्यमिक शिक्षा आयोग ने व्यावसायिक शिक्षा की धीमी प्रगति के निम्निखित कारण दिए हैं- (1) व्यावसायिक शिक्षा…

माध्यमिक शिक्षा के पाठ्यक्रम के व्यावसायीकरण की आवश्यकता

माध्यमिक शिक्षा के पाठ्यक्रम के व्यावसायीकरण की आवश्यकता | शिक्षा के व्यावसायीकरण का महत्त्व

माध्यमिक शिक्षा के पाठ्यक्रम के व्यावसायीकरण की आवश्यकता | शिक्षा के व्यावसायीकरण का महत्त्व माध्यमिक शिक्षा के पाठ्यक्रम के व्यावसायीकरण की आवश्यकता (Need for Vocationalisation of Secondary Education Courses) माध्यमिक शिक्षा का व्यावसायीकरण करने के लिए शिक्षा आयोग ने शिक्षा के दोनों ही स्तरों निम्न माध्यमिक स्तर तथा उच्चतर माध्यमिक स्तर पर विस्तार से विचार…

माध्यमिक शिक्षा के व्यवसायीकरण का अर्थ | व्यावसायीकरण का विकास | शिक्षा के व्यावसायीकरण में माध्यमिक शिक्षा आयोग के सुझाव

माध्यमिक शिक्षा के व्यवसायीकरण का अर्थ | व्यावसायीकरण का विकास | शिक्षा के व्यावसायीकरण में माध्यमिक शिक्षा आयोग के सुझाव माध्यमिक शिक्षा के व्यवसायीकरण का अर्थ (Meaning of Vocationalisation of Secondary Education) अंग्रेजी काल में भारत में सामान्य अथवा उदार (Liberal) शिक्षा का प्रचलन था। शिक्षा के साहित्यिक पक्ष पर विशेष बल दिया जाता था।…

राष्ट्रीय शिक्षक शिक्षा परिषद् का संगठन | राष्ट्रीय शिक्षक शिक्षा परिषद् के पदाधिकारी | राष्ट्रीय शिक्षक शिक्षा परिषद् के कार्य

राष्ट्रीय शिक्षक शिक्षा परिषद् का संगठन | राष्ट्रीय शिक्षक शिक्षा परिषद् के पदाधिकारी | राष्ट्रीय शिक्षक शिक्षा परिषद् के कार्य राष्ट्रीय शिक्षक शिक्षा परिषद् का संगठन (Organization of National Teacher Council) राष्ट्रीय शिक्षा नीति (1986) में यह कहा गया कि राष्ट्रीय शिक्षक शिक्षा परिषद् को सर्वसम्पन्न बनाया जायेगा जिससे यह पाठ्यचर्या व पद्धतियों, मान्यता तथा…

अध्यापक शिक्षा की मुख्य समस्यायें | अध्यापक शिक्षा में समस्याओं के समाधान के उपाय

अध्यापक शिक्षा की मुख्य समस्यायें | अध्यापक शिक्षा में समस्याओं के समाधान के उपाय स्वतंत्रता प्राप्ति के पश्चात् भारत में अध्यापक शिक्षा में अधिक उन्नति हुई, परन्तु इस उन्नति के साथ ही अध्यापक शिक्षा की समस्याओं में भी वृद्धि हुई। डा० एस० एन० मुखर्जी के अनुसार-“यद्यपि वर्तमान युग में अध्यापक प्रशिक्षण का यथेष्ट विस्तार हुआ…

अध्यापक शिक्षा के उद्देश्य | N.C.E.R.T. के द्वारा अध्यापक शिक्षा के उद्देश्य

अध्यापक शिक्षा के उद्देश्य | N.C.E.R.T. के द्वारा अध्यापक शिक्षा के उद्देश्य अध्यापक शिक्षा के उद्देश्य (Objectives of Teacher Education) अध्यापकों के द्वारा किये जाने वाले इस प्रकार विभिन्न कार्यों तथा शिक्षा प्रक्रिया एवं सामाजिक व राष्ट्रीय पुनर्निर्माण में उसकी भूमिका के दृष्टिगत अध्यापक शिक्षा के उद्देश्य निम्न प्रकार हैं- (1) शिक्षकों को शिक्षा और…

भारत में अध्यापक शिक्षा की प्रगति

भारत में अध्यापक शिक्षा की प्रगति | शिक्षक शिक्षा क्या है | Describe in brief the progress of teacher education in India in Hindi

भारत में अध्यापक शिक्षा की प्रगति | शिक्षक शिक्षा क्या है | Describe in brief the progress of teacher education in India in Hindi भारत में अध्यापक शिक्षा की प्रगति (Progress of Teacher Education in India) शिक्षा की उन्नति अध्यापकों पर ही निर्भर करती है। अत: शिक्षा के लिये योग्य तथा कशल शिक्षकों की आवश्यकता…