ईसा बोमैन

ईसा बोमैन – अमेरिकी भूगोलवेत्ता (Isaiah Bowman – American geographer)

ईसा बोमैन – अमेरिकी भूगोलवेत्ता (Isaiah Bowman American geographer)

प्रसिद्ध अमेरिकी भूगोलवेत्ता ईसा बोमैन (1878-1950) का जन्म 1878 में संयुक्त राज्य के मिशिगन नगर में हुआ था बोमैन ने मिशिगन के नार्मल कालेज (1901-1902) और हारवर्ड विश्वविद्यालय (1902-1903) से उच्च शिक्षा प्राप्त करने के पश्चात् 1905 से येल विश्वविद्यालय में प्रसिद्ध भूवैज्ञानिक एच० ई० ग्रेगरी के अधीन प्रशिक्षक (Instructor) के रूप में कार्य आरंभ किया और वहाँ 1915 तक सेवारत रहे। इसी दौरान उन्होंने 1909 में डाक्ट्रेट की उपाधि प्राप्त कर ली थी। 1915 में बोमैन को ‘अमेरिकी भौगोलिक समिति (American Geographical Society) के निदेशक एद पर नियुक्त किया गया जहाँ उन्होंने 1935 (बीस वर्ष ) तक कार्य किया।

बोमैन ने 1913 में एण्डीज पर्वत विशेषरूप से पेरू, बोलीविया और चिली के पर्वतीय क्षेत्रों की विस्तृत भौगोलिक यात्राएं की थी। इस यात्रा के द्वारा उन्होंने मध्य एण्डीज पर्वत के धरातलीय स्वरूप का विशेष अध्ययन किया। बाद में उन्होंने अटाकामा मरुस्थल को भी पार किया था। ईसा बोमैन 1935 में जान्स हापकिन्स विश्वविद्यालय के प्रेसीडेन्ट नियुक्त हुए जहाँ उन्होंने बड़ी कुशलता से विश्वविद्यालय की आर्थिक समस्याओं को सुधारने का प्रयास किया। उनके अवकाश ग्रहण (1948) करने के पश्चात् हापकिन्स विश्वविद्यालय के भूगोल विभाग का नाम ‘ईसा बोमैन स्कूल आफ ज्यीग्राफी’ (Isaiah Bowman’s School of Geography) कर दिया गया।

रचनाएं-

ईसा बोमैन ने अनेक शोध ग्रंथ और संदर्भ ग्रंथ लिखे थे जिनमें प्रमुख निम्नांकित हैं-

  1. Forest Physiography of the United States (संयुक्त राज्य का वन भूआकृति विज्ञान), 1911,
  2. The Andes of Southern Peru (दक्षिणी पेरू का एण्डीज), 1916,
  3. New World: Problems in Political Geography (नया संसार: राजनीतिक भूगोल में समस्याएं), 1921,
  4. Desert Trails of Atacama (अटाकामा के मुरुस्थलीय पद चिह्न), 1924,
  5. International Relations (अंतर्राष्ट्रीय सम्बंध), 1930,
  6. The Pioneer Fringe, 1931 (पुरोगामी उपांत),
  7. Geography in Relation to the Social Sciences (सामाजिक विज्ञानों से भूगोल का सम्बंध), 1934,
  8. Limits of Land Settlements (भूमि अधिवास की सीमाएं), 1937,

पुस्तकों के अतिरिक्त बोमैन ने 147 शोघपत्र और लेख भी प्रकाशित किया था जिनमें अधिकांश भूआकृति विज्ञान, राजनीतिक भूगोल और मानव भूगोल से सम्बंधित थे।

योगदान के प्रमुख भौगोलिक पक्ष

(1) भूआकृति विज्ञान (Physiography)

बोमैन ने हारवर्ड विश्वविद्यालय में प्रसिद्ध भूआकृति विज्ञानी डेविस (W. M. Davis) के निर्देशन में उच्च शिक्षा प्राप्त की थी और वे डेविस के विधितंत्र से बहुत प्रभावित थे उन्होंने 1905 से 1915 तक येल विश्वविद्यालय में प्रसिद्ध भूवैज्ञानिक ग्रेगरी के अधीन प्रशिक्षक के रूप में कार्य किया था उन्होंने अपने शैक्षिक जीवन के आरंभिक काल में भूआकृति विज्ञान पर अपना चिन्तन प्रस्तुत किया 1911 में प्रकाशित उनकी पुस्तक ‘संयुक्त राज्य का वन भूआकृति विज्ञान’ (Forest Physiography of United States) में संयुक्त राज्य अमेरिका के भूआकृतिक प्रदेशों, मिट्टियों तथा वनीय पर्यावरण का विवेचन किया गया है। इस विषय पर उनकी दूसरी पुस्तक ‘दक्षिणी पेरू का एण्डीज पर्वत’ (The Andes of Southern Peru) 1916 में प्रकाशित हुई थी जो भूआकृति विज्ञान का महत्वपूर्ण ग्रंथ है।

(2) राजनीतिक भूगोल (Political Geography)

राजनीतिक भूगोल के क्षेत्र में बोमैन का महत्वपूर्ण योगदान माना जाता है। बोमैन की 1921 में प्रकाशित ‘नया संसार’ (New World : Problems in Political Geography) राजनीतिक भूगोल को एक महान उपहार है। यह किसी अमेरिकी भूगोलवेत्ता द्वारा लिखित राजनीतिक भूगोल का प्रथम गंभीर अध्ययन था। इसमें विश्व की अनेक जटिल राजनीतिक समस्याओं का विस्तृत भौगोलिक विवेचन किया गया है और साथ ही इसमें कई यूरोपीय देशों के सीमा क्षेत्रों की समस्याओं का भी वर्णन किया गया है। द्वितीय विश्वयु्ध की अवधि में अन्तर्राष्ट्रीय राजनीतिक समस्याओं के विषय में सलाह लेने के लिए तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति रूजवेल्ट ने बोमैन की नियुक्ति राज्य के गृह विभाग में एक सलाहकार के रूप में की थी जहाँ उन्होंने महत्वपूर्ण कार्य किया।

(3) मानव भूगोल (Human Geography)

मानव भूगोल में बोमैन का विशिष्ट योगदान है। बोमैन 1931 में प्रकाशित अपनी पुस्तक ‘पुरोगामी उपांत’ (The Pioneer Fringe) के लिए विख्यात हैं जिसमें संयुक्त राज्य अमेरिका में कृषि की वर्तमान सीमा क्षेत्रों के पुरोगमन का अध्ययन है। उन्होंने 1934 में ‘सामाजिक विज्ञानों से भूगोल का सम्बंध’ (Geography in Relation to the Social Sciences) नामक पुस्तक प्रकाशित की थी जिसमें भूगोल के अध्ययन क्षेत्र तथा विधितंत्र की विवेचना की गयी है। बोमैन फ्रांसीसी भूगोलवेत्ता ब्रूश के मित्र थे और उन्होंने ब्रंश के फ्रांसीसी भाषा में प्रकाशित ‘मानव भूगोल’ (Geographie Humaine) का अंग्रेजी में अनुवाद प्रकाशित कराकर उनके विचारों को आंग्ल भाषी लोगों तक पहुँचाने का महत्वपूर्ण कार्य भी किया था।

  1. सम्भववाद (Possibilism)

ईसा बोमैन सम्भववाद के समर्थक श्े। उन्होंने अपने लेखों और पुस्तकों द्वारा स्पष्ट करने का प्रयास किया कि मनुष्य अपने क्रिया-कलापों के चयन के द्वारा प्रकृति के द्वारा नियंत्रित नहीं बल्कि स्वतंत्र है। उनके अनुसार प्राकृतिक पर्यावरण मानव समाज के स्वरूप को नहीं बदल सकता। पर्यावरण के तत्व मानव के सम्पर्क से परिवर्तित हो जाते हैं जिस प्रकार मानवता स्वयं भी परिवर्तनशील है। सम्भववाद के पक्ष में तर्क देते हुए उन्होंने लिखा है कि मनुष्य दक्षिणी ध्रुव पर आरामदेय तथा प्रकाशयुक्त पूर्ण नगर का निर्माण करने में समर्थ है और वह वहाँ शिक्षा, रंचमंच, खेल आदि की व्यवस्था कर सकता है। मनुष्य सहारा मरुस्थल में ऐसे कृत्रिम पर्वत का निर्माण करने में समर्थ है जो वहाँ वर्षा होने के लिए विवश कर दे। उनके अनुसार प्राकृतिक पर्यावरण में मानव द्वारा किये गये परिवर्तन प्रत्येक स्थान और प्रदेश में पाये जाते हैं।

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