शेरशाह का प्रारम्भिक जीवन | शेरखाँ द्वारा किया कार्य | शेरखाँ का हुमायूँ से संघर्ष

शेरशाह का प्रारम्भिक जीवन | शेरखाँ द्वारा किया कार्य | शेरखाँ का हुमायूँ से संघर्ष शेरशाह का प्रारम्भिक जीवन- हुमायूँ के राज्य से निर्वासन के पश्चात् शेरशाह हिन्दुस्तान का शासक बना । उसने 1540 से 1545 ई. तक राज्य किया। उसका पंचवर्षीय शासन भारत में महत्वपूर्ण माना जाता है। उसका जन्म किसी अमीर घराने में…

हुमायूँ के निर्वासन का जीवन | हुमायूँ का पुनर्स्थापन | हुमायूँ का प्रतिस्थापन | हुमायूँ की पुन: दिल्ली में सत्ता प्राप्त करने की प्रक्रिया

हुमायूँ के निर्वासन का जीवन | हुमायूँ का पुनर्स्थापन | हुमायूँ का प्रतिस्थापन | हुमायूँ की पुन: दिल्ली में सत्ता प्राप्त करने की प्रक्रिया हुमायूँ के निर्वासन का जीवन (Humayun in Exile : 1540-55) कन्नौज (बिलग्राम) के युद्ध के पश्चात् विजयी शेरशाह दिल्ली एवं आगरा की ओर बढ़ा। उसके आगमन की खबर पाकर हुमायूँ आगरा…

हुमायूँ का बहादुरशाह के साथ संबंध | हुमायूँ का शेरशाह के साथ संबंध

हुमायूँ का बहादुरशाह के साथ संबंध | हुमायूँ का शेरशाह के साथ संबंध बहादुरशाह और हुमायूँ- (हुमायूँ के बहादुरशाह के साथ संबंध) हुमायूँ का एक अन्य प्रबल शत्रु गुजरात का शासक बहादुरशाह था। वह एक योग्य और महत्वाकांक्षी शासक था। वह लगातार अपनी शक्ति का विस्तार कर रहा था। उसने मालवा, बिदर, खानदेश और रणथंभौर…

हुमायूँ की कठिनाइयों की समीक्षा | हुमायूँ की प्रारम्भिक कठिनाइयाँ | क्या हुमायूँ स्वयं अपना शत्रु था?

हुमायूँ की कठिनाइयों की समीक्षा | हुमायूँ की प्रारम्भिक कठिनाइयाँ | क्या हुमायूँ स्वयं अपना शत्रु था? हुमायूँ की कठिनाइयों की समीक्षा नासिरुद्दीन हुमायूँ का जन्म काबुल में 6 मार्च 1508 ई० को हुआ था। वह बाबर के चार पुत्रों में सबसे बड़ा था तथा उसकी माता का नाम माहिम बेगम था। माहिम बेगम शिया…

मुगल साम्राज्य के संस्थापक बाबर | बाबर का मूल्यांकन मुगल साम्राज्य के संस्थापक के रूप

मुगल साम्राज्य के संस्थापक बाबर | बाबर का मूल्यांकन मुगल साम्राज्य के संस्थापक के रूप मुगल साम्राज्य के संस्थापक बाबर जहीरुद्दीन मुहम्मद बाबर, जिसने भारत में अनेक युद्धों में विजय प्राप्त की और भारत के बहुत बड़े भाग पर अधिकार कर लिया, मध्य एशिया में स्थित फरगाना नामक छोटे से राज्य का शासक था। यदि…

बाबरनामा | बाबरनामा में क्या वर्णन किया गया है ?

बाबरनामा | बाबरनामा में क्या वर्णन किया गया है ? बाबरनामा (टिप्पणी)– संसार में ऐसे कम ग्रन्थ होंगे जिन्हें बाबरनामा के समान प्रसिद्धि प्राप्त है। बाबर के जीवन और शासनकाल को समझने के लिए यह सबसे उपयोगी ग्रन्थ है। यह उसकी आत्मकथा है । लेनपूल के अनुसार, “तुजके बाबरी ही ऐसा ग्रन्थ है जिसमें दी…

भारत में मुगल साम्राज्य का संस्थापक | भारत में मुगल साम्राज्य के संस्थापक बाबर | मुगल साम्राज्य में बाबर के योगदान का मूल्यांकन | बाबर का इतिहास में स्थान

भारत में मुगल साम्राज्य का संस्थापक | भारत में मुगल साम्राज्य के संस्थापक बाबर | मुगल साम्राज्य में बाबर के योगदान का मूल्यांकन | बाबर का इतिहास में स्थान भारत में मुगल साम्राज्य का संस्थापक बाबर की गणना संसार के महानतम विजेताओं के मध्य की जाती है। अनेक विद्वान् उसे भारत में मुगल वंश शासन…

सामूहिक सुरक्षा के संकट के कारण | सुरक्षा के उपाय | राष्ट्र संघ की स्थापना और उसकी असफलता

सामूहिक सुरक्षा के संकट के कारण | सुरक्षा के उपाय | राष्ट्र संघ की स्थापना और उसकी असफलता प्रथम विश्वयुद्ध तथा द्वितीय विश्वयुद्ध के बीच 1939 से पूर्व यूरोप में सामूहिक सुरक्षा का संकट उत्पन्न हुआ। इसके प्रमुख कारण निम्न हैं- सामूहिक सुरक्षा के संकट के कारण समस्त क्षेत्रीय संधियों ने यूरोप में अत्यधिक राजनैतिक…

विश्वव्यापी आर्थिक मन्दी के कारण | महान् मन्दी के निवारण के लिए किये गये उपचार | लन्दन का विश्व अर्थ सम्मेलन | मन्दी के कारण | मन्दी के प्रभाव

विश्वव्यापी आर्थिक मन्दी के कारण | महान् मन्दी के निवारण के लिए किये गये उपचार | लन्दन का विश्व अर्थ सम्मेलन | मन्दी के कारण | मन्दी के प्रभाव विश्वव्यापी आर्थिक मन्दी के कारण प्रथम विश्वयुद्ध से उत्पन्न कठिनाइयों पर यूरोप 1929 ई. तक विजय प्राप्त कर चुका था और सर्वत्र आशावादी वातावरण बनने लगा…