शिक्षण के प्रमुख कार्य क्या क्या है | Major teaching tasks (works) in Hindi
शिक्षण के प्रमुख कार्य क्या क्या है | Major teaching tasks (works) in Hindi
जब कभी भी अधिगम को प्रेरित या संचालित करने के लिए किसी व्यवस्था या प्रणाली का निर्माण किया जाता है वहीं शिक्षण का कार्य प्रारम्भ हो जाता है। अधिगम की प्रक्रिया में शिक्षण बहुत ही महत्वपूर्ण कड़ी है और शिक्षण को अनको उत्तरदायित्वों को विभिन्न कार्यों के माध्यम से निभाना होता है। शिक्षण कार्यों को अध्ययन की सुविधा के दृष्टिकोण से हम तीन भागों में विभक्त कर सकते हैं- (क) कक्षा से सम्बन्धित शिक्षण कार्य (Functions Related to Classrooms), (ख) कक्षा के बाहर चलने वाले शिक्षण से सम्बन्धित कार्य (Functions Related to Teaching outside the Classroom), (ग) सामान्य कार्य (General Functions) I
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कक्षा से सम्बन्धित शिक्षण कार्य (Functions Related to Classrooms)
शिक्षण की प्रक्रिया में कक्षा के अन्दर होने वाले शिक्षण कार्य सबसे अधिक महत्वपूर्ण हैं। शिक्षण के इन कार्यों को निभाने में शिक्षक की महत्वपूर्ण भूमिका रहती है। संक्षेप में कक्षा से सम्बन्धित शिक्षण कार्यों में प्रमुख कार्य निम्न हैं-
- कक्षा को संगठित एवं व्यवस्थित करना।
- पाठ्य विषयवस्तु एवं कार्यों का विश्लेषण करना।
- छात्रों की सीखने सम्बन्धी समस्याओं का निराकरण करना।
- छात्रों की शैक्षिक योग्यताओं का मूल्यांकन करना।
- अभिवृत्ति, विकास, संप्रत्यय एवं अन्य शैक्षिक समस्याओं का निराकरण करना।
- सुनिश्चित विधियों के माध्यम से शिक्षण. उद्देश्यों की प्राप्ति हेतु पाठ्यक्रमों का निर्धारण एवं प्रस्तुतीकरण करना।
- शिक्षण की योजनाओं, प्रविधियों का निर्माण करना एवं उनका चुनाव करना।
- छात्रों को उनकी वैयक्तिक भिन्नताओं के आधार पर समझना और उसी के अनुरूप उनकी शिक्षा का संचालन करना।
(ख) कक्षा के बाहर चलने वाले शिक्षण से सम्बन्धित कार्य (Functions Related to Teaching outside the Classroom)
कक्षा में छात्रों का शिक्षण कर लेने के पश्चात ही शिक्षक का कार्य सम्पन्न नहीं हो जाता। शिक्षण एक ऐसी प्रक्रिया है जो पूर्ण रूप से समाज एवं राष्ट्र से सम्बन्धित है। समाज, स्कूल और परिवार के आपसी सौहार्दपूर्ण सम्बन्धों के माध्यम से ही शिक्षण की प्रक्रिया निर्विघ्न सुचारु रूप से चल सकती है। खेल कूद, यात्रा, देशाटन, थियेटर, वाद-विवाद प्रतियोगिताओं आदि के माध्यम से कक्षा के बाहर भी शिक्षण की प्रक्रिया जारी रहती है। ऐसे में कक्षा के बाहर भी शिक्षण के महत्वपूर्ण कार्य हैं। संक्षेप में ये कार्य निम्न हो सकते हैं-
- कक्षा के बाहर शिक्षण सम्बन्धी कार्यों के लिए छात्रों को संगठित तथा व्यवस्थित करना।
- विभिन्न क्रिया कलापों में सिद्धहस्तता प्राप्त करने के लिए छात्रों को स्वतन्त्र अनुभव तथा अभ्यास के अवसर प्रदान करना।
- छात्रों की व्यक्तिगत भिन्नताओं के अनुरूप ही कक्षा के बाहर विविध कार्यों का चयन तथा निरीक्षण करना।
- शिक्षा की योजना के अनुरूप छात्रों को विभिन्न क्रिया कलापों तथा कौशलों का शिक्षण देना।
- छात्रों के विकास एवं सर्वांगीण व्यक्तित्व के विकास के लिए विभिन्न क्रिया कलापों द्वारा प्रयास करना।
- छात्रों की कक्षा के बाहर की गतिविधियों का मूल्यांकन करना।
- छात्रों में सुधार के लिए उन्हें आवश्यक निर्देशन प्रदान करना।
(ग) सामान्य कार्य (General Functions)
कक्षा के बाहर व भीतर शिक्षण के कार्यों के अतिरिक्त भी कुछ ऐसे कार्य हैं जो दोनों प्रकार के शिक्षण कार्यों से सम्बन्धित होते हैं। शिक्षक को इन कार्यों को सुसंगठित करते हुए छात्रों को निर्देशन प्रदान करना ही शिक्षक का उत्तरदायित्व है। शिक्षण और अधिगम दोनों ही ऐसी प्रक्रियायें हैं जिसके लिए मैत्रीपूर्ण, सोहार्द्रपूर्ण व उत्साह का वातावरण बहुत ही सकारात्मक भूमिका अदा करता है। इस प्रकार के वातावरण से सुरक्षा की भावना में वृद्धि होती है और शिक्षण का कार्य सुचारु ढंग से चलता रहता है। कक्षा के बाहर अनेक शोध कार्य एवं अनुसन्धान होते रहते हैं। इनसे हमें कुछ नवीन निष्कर्ष एवं सिद्धान्त प्राप्त होते हैं। इन नवीन निष्कर्षों व सिद्धान्तों को छात्रों तक पहुंचाना शिक्षक का महत्वपूर्ण उत्तरदायित्व है। किन्तु शिक्षक इस उत्तरदायित्व को तभी निभा सकता है जब वह इस नवीन ज्ञान से पूर्णतः परिचित हो। संक्षेप में शिक्षण के सामान्य कार्य निम्न हो सकते हैं-
- छात्रों को नवीन अनुसंधानों तथा सिद्धान्तों से परिचित कराना।
- छात्रों को निर्देशित करना और उन्हें कक्षा के कार्यों और कक्षा के बाहर के कार्यों के लिए एक सूत्र से बांधने का प्रयास करना।
- छात्रों को सुरक्षा प्रदान करना।
- पाठ्यचर्या पाठ और प्रशिक्षण सामग्री का निर्माण करना।
- नवीन अनुसन्धानों तथा नवीन प्रकाशित सामग्री तथा साहित्य से परिचित रहना।
महत्वपूर्ण लिंक
- संस्कृति और शिक्षा में सम्बन्ध(Relation Between Culture and Education in Hindi)
- शिक्षा और सामाजिक गतिशीलता(Education and Social Mobility in hindi)
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- समाज और शिक्षा में क्या सम्बन्ध(Relation between Society and Education in Hindi)
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