व्यूहरचनात्मक प्रबंधन / Strategic Management

विपणन योजनाएँ एवं नीतियाँ | कियात्मक नीतियाँ एवं योजनाएँ | Marketing Plans and Policies in Hindi | Operational Policies and Plans in Hindi

विपणन योजनाएँ एवं नीतियाँ | कियात्मक नीतियाँ एवं योजनाएँ | Marketing Plans and Policies in Hindi | Operational Policies and Plans in Hindi

विपणन योजनाएँ एवं नीतियाँ-

विपणन योजनाएँ एवं नीतियाँ निम्नलिखित हैं-

विपणन मूल्य रणनीतियाँ- मूल्य रणनीतियों के सम्बन्ध में स्टिल एवं कण्डिक ने निम्न शब्दों में स्पष्ट किया है- “मूल्य नीतियाँ ऐसे निर्देशक सिद्धान्त उपलब्ध कराती हैं जिनके अन्तर्गत मूल्य व्यह रचनाओं का निर्माण एवं क्रियानवयन होता है।” इस प्रकार हम कह सकते हैं कि मूल्य रणनीतियों के आधार पर भी विपणन मूल्य व्यूह रचनाओं का निर्माण किया जाता है। मूल्य नीतियों का निर्धारण करने के पश्चात् कुछ इस प्रकार की मूल्य रणनीति व्यूह रचनाओं का निर्माण किया जाता है ताकि बाजार में वस्तु की बिक्री अधिक से अधिक हो सके और अधिक से अधिक लाभ कमाया जा सके। उदाहरण के लिये यदि कोई नया उत्पाद बाजार में उतारा जा रहा है तो पहले से उपलब्ध उत्पाद की अपेक्षा उसका मूल्य कम रहना चाहिये तथा ग्राहक उसे क्रय करेंगे। कम मूल्य के साथ-साथ उस माल की किस्म भी अच्छी होनी चाहिये। इस नीति के द्वारा नये उत्पाद के लिये विस्तृत बाजार का निर्माण किया जा सकता है। इसी प्रकार यदि कोई ऐसा उत्पाद बाजार में उतारा जा रहा है। जिसके लिये कोई प्रतिस्पर्द्धा नहीं है तो माल अच्छी किस्म के साथ यदि उसका मूल्य अधिक भी रखा जायेगा तो वह बिकेगा।

कार्यात्मक क्रियात्मक नीतियाँ-

विभिन्न प्रकार की नीतियों को व्यूह रचना का क्रियान्वयन करने में शामिल किया जाता है। व्यूह रचनात्मक योजनाओं के क्रियान्वयन में विपणन, वित्त उत्पादन एवं कार्मिक नीतियों को मुख्य रूप से शामिल किया जाता है। कोई भी फर्म व्यूह रचनात्मक विकल्पों को विकसित करती है तथा उचित रचना का चयन करती है जो कार्यात्मक नीतियाँ विभागीय स्तर पर बनायी गयी होती हैं वे एकीकृत व्यूह रचनात्मक नियोजन के विभिन्न घटकों को संदर्भित करती है। प्रबन्ध इन योजनाओं को प्रबन्धन विशेषज्ञों के हवाले कर देता है और विशेषज्ञ ही योजनाओं तथा नीतियों को लागू करने के लिए उत्तरदायी होते हैं।

कार्यात्मक योजना तथा नीतियाँ सम्पूर्ण व्यूह रचना का विशिष्ट भाग होती हैं। यह नीतियाँ कार्यालयों तथा योजनाओं की मार्गदर्शिका होती हैं। निर्णय लेने की सीमा इन्हीं नीतियों तथा योजनाओं के द्वारा तय की जाती है।

रणनीतिक कार्यक्रम योजना-

योजना रणनीतिक कार्यक्रम का अर्थ कार्यक्रमों को रणनीतिक रूप देना होता है। विरोधियों को असफल करने के लिए रणनीति का इस्तेमाल किया जाता है। कार्यक्रम से एक बार प्रयोग की जाने वाली योजना बनाई जाती है। रणनीतिक कार्यक्रम व्यापक नियोजन होता है जिसमें कई छोटी-छोटी नीतियाँ, प्रक्रियाएँ, बजट आदि शामिल होते हैं। एक फर्म त्योहारों के मौसम में विक्रय सम्वर्द्धन, कार्यक्रम चलाती हैं तो इस हेतु निम्नलिखित योजनाएँ बनाई जा सकती हैं-

ग्राहकों को सामान्य से अधिक छूट देना।

ग्राहकों को उपहार आदि प्रदान करना।

त्योहार खत्म होने पर विक्रय सम्वर्द्धन समाप्त हो जाएगा तथा यह उपहार तथा छूट आदि भी खत्म हो जायेगी।

व्यूहरचनात्मक प्रबंधन – महत्वपूर्ण लिंक

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About the author

Kumud Singh

M.A., B.Ed.

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