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श्रेणी मापनी विधि | दर मापक का नमूना | श्रेणी मापनी विधि को नमूना बनाकर स्पष्ट कीजिए

श्रेणी मापनी विधि | दर मापक का नमूना | श्रेणी मापनी विधि को नमूना बनाकर स्पष्ट कीजिए | Series Scale Method in Hindi | Rate Measurer Sample in Hindi | Explain the series scale method by making a sample in Hindi

श्रेणी मापनी विधि

व्यक्ति के किसी गुण का मापन करने के लिए श्रेणी मापनी विधि का प्रयोग किया जाता है। किसी व्यक्ति के विषय में जानकारी रखने वाले व्यक्ति से यह अनुरोध किया जाता है कि वह व्यक्ति के किसी विशेष गुण से सम्बन्धित विचारों को प्रकट करे।

श्रेणी मापनी विधि

इस विधि के द्वारा व्यक्तित्व अथवा व्यक्ति के किसी विशेष गुण का मापन किया जाता है। मनोवैज्ञानिक को व्यक्तित्व के जिस गुण का मापन करना होता है, उसे वह 5 या 7 भागों में विभाजित कर देता है। उदाहरण के लिए, यदि हमें किसी व्यक्ति के ‘सामाजिकता’ के गुण का मूल्यांकन करना है तो दर मापक (Rating Scale) का निर्माण इस प्रकार किया जायेगा-

दर मापक का नमूना

  1. पूर्ण सामाजिक
  2. साधारण सामाजिक
  3. सामाजिक
  4. कुछ समाजिक
  5. असामाजिक

इस प्रकार का दर मापक 3, 5 या 7 बिन्दु का हो सकता है। ये दर मापक किसी व्यक्ति में गुण विशेष की मात्रा निश्चित करता है। दर मापक को एक कुशल तथा अनुभवी व्यक्ति ही निर्मित कर सकता है। इस विधि में वस्तुनिष्ठता की अपेक्षा व्यक्तिनिष्ठता अधिक पायी जाती है।

इस विधि में व्यक्ति के किसी विशेष गुण या कार्यकुशलता का मूल्यांकन उसके सम्पर्क में रहने वाले लोगों से करवाया जाता है। उस गुण को 5 या अधिक कोटियों में विभाजित कर दिया जाता है। मतदाताओं से उसके सम्बन्ध में अपने विचार व्यक्त करने का अनुरोध किया जाता है। जिस कोटि के सबसे अधिक मत प्राप्त होते हैं, व्यक्ति को उसी कोटि में रखा जाता है। एक व्यावसायिक फर्म के द्वारा लिपिकों की कार्यकुशलता की जानकारी करने के लिए दर मापक इस प्रकार तैयार किया जा सकता है-

कार्यकुशलता

  1. विशेष सावधान
  2. बहुत सावधान
  3. सावधान
  4. कम सावधान
  5. लापरवाह

इनको निर्धारण मापनियाँ भी कहते हैं। परन्तु इनको पूर्णरूप से वस्तुनिष्ठ विधि के अन्तर्गत नहीं रखा जा सकता। निर्धारण मापनियाँ (Rating Scales) आत्मनिष्ठ (Subjective) अधिक होती है। जैसा कि बताया जा चुका है कि व्यक्ति अपने गुणों को 3, 5 या 7 बिन्दु आदि मापनी या मापदण्ड पर अंकित कर सकता है; जैसे-

  1. ‘अ’ स्त्री आपको कैसी लगती है?

(i) अत्यधिक सुन्दर (Most Beautiful)

(ii) अति सुन्दर (Very Beautiful)

(iii) सुन्दर (Beautiful)

(iv) कम सुन्दर (Less Beautiful)

(v) बहुत कम सुन्दर (Least Beautiful)

  1. ‘क’ वस्तु के भार के सम्बन्ध में आपका क्या विचार है?

(i) बहुत भारी (Very Heavy)

(ii) भारी (Heavy)

(iii) औसत भारी (Average Heavy)

(iv) हल्की (Light)

(v) बहुत हल्की (Very Light)

निर्धारित मापनी में मापन मुख्यरूप से गुणात्मक (Qualiative) होता है, गणनात्मक (Quantitative) नहीं। इसके अन्तर्गत प्रभाव (Halo effect) की सम्भावना बहुत कम होती है। यदि कोई एक व्यक्ति परीक्षक के व्यक्तित्व के किसी एक गुण को अत्यधिक प्रभावित कर दे तो वह परिक्षक अन्य गुणों में भी उसे प्रायः अधिक अंक ही प्रदान करेगा।

इस विधि में प्रयोज्य से कुछ विशेष प्रश्न पूछे जाते हैं। जिस प्रकार के उत्तर प्राप्त होते हैं, उसी के अनुसार निष्कर्ष निकाल लेते हैं। एक विधि यह भी है कि प्रयोज्य को किसी विशेष सामाजिक परिस्थिति में रखा जाता है। जैसा वह व्यवहार करता है, वही उसका व्यक्तित्व कहलाता है।

मूल्यांकनन विधि से किसी व्यक्ति के व्यवहार का मूल्यांकन दो विधियों से किया जाता है-

  1. प्रथम बार का मूल्यांकन कुछ व्यक्तियों के समूह में होता है। जैसे दस व्यक्तियों में से किसी एक व्यक्ति को ईमानदारी की दृष्टि से क्या स्थिति है। अन्य व्यक्तियों को ईमानदारी के क्रम में रखा जा सकता है। इस प्रकार व्यक्ति का सापेक्ष (Relative) अध्ययन किया जाता है। यह विधि सामूहिक अध्ययन की विधि है जिसमें प्रत्येक व्यक्ति की स्थिति देखी जा सकती है।
  2. दूसरी विधि को निरपेक्ष मापन दर या मूल्यांकन मानदण्ड (Absolute Rating Scale) कहा जा सकता है। इस विधि में पूर्व निश्चित स्थितियाँ होती हैं। मानदण्ड को 3, 5, 7 या 9 भागों में विभाजित कर लिया जाता है। प्रत्येक भाग किसी विशेष व्यवहार की ओर संकेत करता है। यदि किसी व्यक्ति की ईमानदारी की जानकारी करना है तो निम्नलिखित मानदण्ड प्रयोग किया जायेगा। इस मानदण्ड से प्रयोज्य के इस गुण की कौन-सी स्थिति है, को जानकारी हो जाती है।

ईमानदारी

  1. बहुत ईमानदार
  2. ईमानदार
  3. सामान्य
  4. बेईमान
  5. बहुत बेईमान
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About the author

Kumud Singh

M.A., B.Ed.

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