मानव संसाधन प्रबंधन / Human Resource Management

कार्य क्या है? | कार्य विश्लेषण की अवधारणा | कार्य विवरण का उपयोग

कार्य क्या है? | कार्य विश्लेषण की अवधारणा | कार्य विवरण का उपयोग | What is work in Hindi | Concept of Job Analysis in Hindi | use job description in Hindi

कार्य क्या है?

कार्य उन कार्यों, कर्त्तव्यों और दायित्वों का समूह है, जो एक व्यक्ति को सौपे जाते हैं तथा जो अन्य कार्य से भिन्न होते हैं। कार्य पदों का संग्रह है। यह कहा जाता है। “Job as a

Group of position involving substantially the same duties, skills, knowledge and responsibilities.”

ओटिस एवं ल्यूकर्ट ने कार्य को अनेक उपकार्यों का समूह बताया है। उनके अनुसार, “कार्य समान कौशल, समान ज्ञान, समान उत्तरदायित्व एवं समान कर्त्तव्यों की स्थितियों का समूह ” है।” स्पष्ट है कार्य का आशय पदों के समूह से है। एक ही पद के विभिन्न स्तरों के समूहों को कार्य कहते हैं। स्तर कई गतिविधियों और उत्तरदायित्वों से बनता है, जो कर्मचारी को सौंपे जाते हैं, जबकि विभिन्न स्तरों का समूह है, जो कार्य के प्रसार और स्तर के अनुकूल है।

कर्मचारी पद (position) का सीधा सम्बन्ध कार्य से है। कर्मचारी पद (position) से आशय औद्योगिक क्रियाओं के उस समूह से है, जो एक कर्मचारी द्वारा की जाती है। किसी भी संगठन में यदि सभी स्थान भर दिये जायें तो जितने कर्मचारी होंगे, उतनी ही स्थितियाँ (positions) होंगी। पद किसी एक कर्मचारी से सम्बन्धित कर्त्तव्यों का नाम है, जो उसे पूरे करने के लिए सौंपे जाते हैं।

प्रकार्य (Task)- प्रकार्य एक विशिष्ट कार्य क्रिया (Work Actions) है जो किसी विशेष उद्देश्य की पूर्ति के लिए की जाती है।

कर्त्तव्य (Duty)- कर्त्तव्य कई प्रकार्यों का जोड़ है।

व्यवसाय (Occupation)- व्यवसाय से आशय समान कार्य करने वाले पर्दों एवं कार्यों के समूह से है, जैसे- लेखा कार्य, टंकण कार्य, भण्डारण कार्य आदि।

कार्य विश्लेषण की अवधारणा

(Concept of job Analysis)

कार्य विश्लेषण दो शब्दों से बना है- कार्य+विश्लेषण कार्य का अर्थ पदों के समूह से है, जो कार्य के प्रकार एवं स्तर की दृष्टि से समान होते हैं। विश्लेषण का कार्य किसी विषय के सम्बन्ध में गहन एवं व्याख्यात्मक अध्ययन करने से है। यह निष्कर्ष हेतु की गई विवेचनात्मक व्याख्या है। कार्य विश्लेषण किसी कार्य से सम्बन्धित विभिन्न प्रकारों एवं उत्तरदायित्वों को निर्धारित करने तथा परिभाषित करने की प्रक्रिया है, ताकि यह जाना जा सके कि किसे क्या, कब और कैसे करना है तथा उन प्रकार्यों को करने के लिए किस प्रकार की योग्यताओं की आवश्यकता है। यह मूलतः कार्य के लिए दायित्व, कर्त्तव्य एवं परिस्थितियाँ जिसके अन्तर्गत कार्य किया जाता है, कार्य के प्रकार, कार्य के लिए न्यूनतम योग्यताएँ आदि का अध्ययन है जिस प्रकार शरीर रचनाशास्त्र (Anatomy) में शरीर का व्यवस्थित अध्ययन किया जाता है।

कार्य विश्लेषण वास्तव में किसी कार्य के निष्पादन के लिए आवश्यक प्रकार्यों, कर्तव्यों, दायित्वों को निर्धारित करने, कर्मधारक से अपेक्षित योग्यताओं को निश्चित करने तथा कार्य से संगतपूर्ण सत्ता दायित्व सम्बन्धों को तय करने की प्रक्रिया है। एडविन फिलप्पो (Edwin Flippo) ने कार्य विश्लेषण को परिभाषित करते हुए कहा कि, “कार्य विश्लेषण से तात्पर्य किसी विशिष्ट कार्य के संचालन एवं उत्तरदायित्वों के सम्बन्ध में सूचनाओं के एकत्रीकरण एवं अध्ययन की प्रक्रिया से है।”

“Job analysis is the process of studying and collecting information relation to the operations and responsibilities of a specific job.”

माइकेल जूसियस (Michael Jucious) ने कार्य विश्लेषण को कार्य के परीक्षण की प्रक्रिया जिसमें कर्तव्यों-क्रियाओं और कार्यों के संगठनात्मक पहलुओं का अध्ययन शामिल है, जिसके उद्देश्य विशिष्टताओं की प्राप्ति है जिसे कार्य विवरण भी कहा जाता है।

डेल योडर (Dale Yoder) के अनुसार, “कार्य विश्लेषण वह प्रक्रिया है, जिसके द्वारा प्रत्येक कार्य से सम्बन्धित तथ्यों को योजनाबद्ध प्रणाली से खोजकर अंकित किया जाता है।”

“Job analysis is the procedure by which the facts with respect to each job are systematically discovered and noted.”

इस प्रकार कार्य विश्लेषण क्रियाओं का निर्धारण करना है, जिसमें श्रमिक चातुर्य, ज्ञान, योग्यता एवं उत्तरदायित्व के आधार पर सफलता के लिए निर्णय लेता है जो हर व्यक्ति तथा हर कार्य के साथ बदलता रहता है। यह एक ऐसी प्रक्रिया है, जिसके अन्तर्गत एक निश्चित कार्य से सम्बन्धित प्रकार्यों, कर्त्तव्यों दूसरे कार्यों के साथ सम्बन्धों तथा उसके निष्पादन हेतु आवश्यक कौशल व योग्यताओं का विश्लेषणात्मक अध्ययन किया जाता है।

कार्य विवरण का उपयोग (Uses of Job description)-

क्यूमिंग के अनुसार, “कार्य विवरण एक विशिष्ट कार्य का संगठित तथा उत्तरदायित्वों का विस्तृत विवरण है। यह कार्य विश्लेषण का अभिन्न अंग है। इस दृष्टिकोण से कार्य विवरण के निम्नलिखित उपयोग है जो मूलतः मानव संसाधन प्रबन्ध के निम्न कार्यों में सहायक होते हैं।

(i) कार्य श्रेणीयन एवं वर्गीकरण (Job grading and classification)

(ii) कार्य विशिष्टीकरण तैयार करने में सहायक ताकि भर्ती व चयन की प्रक्रिया संचालित की जा सके।

(iii) मानव संसाधन की प्राप्ति तथा उनका पदस्थापना, पदोन्नति आदि।

(iv) मानव संसाधन प्रशिक्षण एवं विकास को बढ़ावा देना।

(v) निष्पादन मूल्याकंन तथा प्रमाप का निर्धारण करना।

(vi) पदोनति एवं स्थानान्तरण करना।

(vii) कार्य प्रक्रिया (Work proceedure) तथा क्रिया विधि विकसित करना।

(viii) सत्ता की सीमाओं को परिभाषित करना तथा कार्य में मार्गदर्शन प्रदान करना।

(ix) कार्य से सम्बन्धित जोखिमों को कम करना तथा समय एवं गति अध्ययन (Time and Motion Study) द्वारा कार्य की जाँच-परख करना, सुधार के उपाय निकालना।

वास्तव में कार्य विवरण के उपरोक्त सभी प्रयोग कार्य विश्लेषण के प्रयोग से सम्बन्धित हैं और उसका प्रयोग वहाँ भी किया जाता है।

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About the author

Kumud Singh

M.A., B.Ed.

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