शैक्षिक तकनीकी / Educational Technology

कम्प्यूटर हार्डवेयर | कम्प्यूटर हार्डवेयर की विभिन्न इकाइयाँ | हार्डवेयर तथा सॉफ्टवेयर के आधारभूत सिद्धान्त | सेन्ट्रल प्रोसेसिंग यूनिट के कार्य

कम्प्यूटर हार्डवेयर | कम्प्यूटर हार्डवेयर की विभिन्न इकाइयाँ | हार्डवेयर तथा सॉफ्टवेयर के आधारभूत सिद्धान्त | सेन्ट्रल प्रोसेसिंग यूनिट के कार्य | Computer Hardware in Hindi | Different Units of Computer Hardware in Hindi | Fundamentals of Hardware and Software in Hindi | Functions of Central Processing Unit in Hindi

कम्प्यूटर हार्डवेयर

(Computer Hardware)

किसी भी कार्य को मनुष्य या मशीन द्वारा पूरा करने के लिये मुख्यतः तीन चरण होते हैं। इन तीनों चरणों को एक उदाहरण द्वारा समझा जा सकता है।

यदि आप कुछ सामान खरीदना चाहते हैं ततो आप सामान की सूची अर्थात इनपुट तैया करके दुकानदार को देंगे, वह दुकानदार उस सूची का सामान निकालकर एवं बाँधकर, बिल बनाकर आपको देगा (अर्थात् डाटा प्रोसेसिंग) फिर आपके द्वारा उस सामान को प्राप्त कर लिया जायेगा (अर्थात् आउटपुट डाटा)।

इस प्रकार से यह तीन चरण हुए-

इनपुट डाटा (lnput Data)

डाटा प्रोसेसिंग (Processing Data)

आउटपुट डाटा (Output Data)

कम्प्यूटर की कार्य प्रणाली में भी यही तीन चरण होते हैं। कम्प्यूटर द्वारा किसी भी कार्य को करने के लिये सर्वप्रथम उससे सम्बन्धित डाटा इनपुट किया जाता है। उसके बाद उस डाटा को क्रियान्वित (प्रोसेस) किया जाता है, जिसके द्वारा परिणाम या आउटपुट प्राप्त होते हैं।

कम्प्यूटर सिस्टम द्वारा की जाने वाली मुख्य क्रियाएँ निम्नलिखित हैं-(1) सर्वप्रथम किसी भी कार्य को करने हेतु डाटा ग्रहण किया जाता है, उसे डाटा इनपुटिंग (Data Inputting) कहते हैं। (2) कम्प्यूटर ग्रहण किये गये डाटा एवं निर्देशों को अपनी स्मृति (Memory) में संग्रहित करता है। जिसे प्रोसेसिंग के समय प्रयोग में लिया जाता है। (3) कम्प्यूटर द्वारा इनपुट डाटा या पहले से संग्रहित डाटा को क्रियान्वित (Processing) कराया जाता है। यही कम्प्यूटर का मुख्य उद्देश्य भी होता है। (4) डाटा क्रियान्वय के बाद आउटपुट डाटा को प्रयोगकर्ता के लिये उपलब्ध कराना होता है। (5) सभी कम्प्यूटर सिस्टमों द्वारा ऊपर बतायी गयी सभी मूल क्रियाओं का नियन्त्रण भी किया जाता है।

कम्प्यूटर हार्डवेयर की विभिन्न इकाइयाँ बताइए?

कम्प्यूटर सिस्टम द्वारा मुख्य क्रियाएँ करने हेतु चार विभिन्न इकाइयों को प्रयुक्त किया जाता है, ये निम्नलिखित हैं-

(A) इनपुट इकाई (Input Unit)

(B) सेन्ट्रल प्रोसेसिंग (Central Processing Unit)

(C) स्टोरेज इकाई (Storage Unit)

(D) आउटपुट इकाई (Output Unit) ।

इनपुट यूनिट द्वारा प्रयोगकर्ता से डाटा या निर्देशों को प्राप्त किया जाता है। सेन्ट्रल प्रोसेसिंग यूनिट द्वारा इनपुट डाटा को क्रियान्वित (Process) कराया जाता है। स्टोरेज यूनिट द्वारा डाटा को संग्रहित रखा जाना है। आउटपुट यूनिट द्वारा प्रासंसिंग के बाद प्राप्त परिणाम या डाटा को प्रयोगकर्ता तक पहुँचाया जाता है। कम्प्यूटर की यह विभिन्न यूनिट संचार लाइनों द्वारा जुड़ी रहती हैं जिन्हें बस (Bus) कहते हैं।

हार्डवेयर तथा सॉफ्टवेयर के आधारभूत सिद्धान्त क्या हैं? वर्णन कीजिए।

हार्डवेयर तथा सॉफ्टवेयर पक्ष के निम्नलिखित आधारभूत सिद्धान्त हैं-

(1) दोनों ही शैक्षिक तकनीकी के सिद्धान्तों पर आधारित हैं।

(2) दोनों ही तकनीकी के नवीन आयाम हैं।

(3) ‘हार्डवेयर’ तकनीकी के इन्जीनियरिंग सिद्धान्त पर तथा ‘सॉफ्टवेयर’ सीखने के सिद्धान्त पर आधारित हैं।

(4) दोनों ही ‘हार्डवेयर तथा सॉफ्टवेयर’ तरीके वैज्ञानिक धारणा पर आधारित हैं।

(5) दोनों ही तथ्य शिक्षण और अधिक सीखने के सिद्धान्त को व्यावहारिकता प्रदान करते हैं।

(6) ‘हार्डवेयर’ सहायक सामग्री द्वारा शिक्षण की प्रक्रिया को अधिक व्यावहारिक बनाया जाता है।

(7) ‘सॉफ्टवेयर’ तरीका शिक्षण प्रक्रिया को यान्त्रिक बनाता है। इस हेतु इसमें सभी इंजीनियरिंग तकनीकी यन्त्र टेप, दूरदर्शन, स्लाइड प्रोजेक्टर इत्यादि का प्रयोग किया जाता है।

(8) सॉफ्टवेयर तरीका मनोवानिक सिद्धान्त पर आधारित रहकर व्यवहार को नियन्त्रित एवं परिवर्तित करता है। इसमें प्रयुक्त होने वाली सहायक सामग्री- समाचार पत्र, पुस्तकें, पत्रिकाएं, शैक्षिक खेल, फ्लैस इत्यादि हैं।

(9) ‘सॉफ्टवेयर प्रक्रिया’ साधन द्वारा छात्रों के व्यवहार को नियन्त्रित किया जाता है।

(10) ‘सॉफ्टवेयर, ‘अभिक्रमित अध्ययन’ का परिणाम है। इस अभिक्रमित अधिगम का प्रयोग बी.एफ. स्किर तथा सिडनी एवं प्रैसी ने शिक्षा में आत्म-शिक्षण सामग्री के विकास हेतु किया था।

शैक्षिक प्रशासन तथा प्रबन्ध को प्रभावशाली बनाने के लिए उपागम प्रणाली का उपयोग किया जाता है। तीनों प्रणलियाँ या उपागम एक-दूसरे से जुड़ी हुई हैं। बालकों के उपेक्षित व्यावहरिक परिवर्तन हेतु ये तीन उपागम महत्वपूर्ण हैं।

सेन्ट्रल प्रोसेसिंग यूनिट के कार्य

यह इकाई कम्प्यूटर में मानव मस्तिष्क की भाँति कार्य करती है। इसे संक्षिप्त में सी. पी. यू. (CPU) कहा जाता है। इनपुट युक्ति द्वारा ग्रहण करना एवं आउटपुट युक्ति द्वारा प्रयोगकर्ता को आउटपुट उपलब्ध कराना तथा डाटा को प्रोसेस कराना आदि सभी कार्यों को सम्पन्न करने हेतु सी. पी. यू. की हैआवश्यकता है। सी. पी. यू. द्वारा निम्नलिखित मुख्य कार्यों को किया जाता है-

(1) इनपुट या कम्प्यूटर में संग्रहित डाटा को प्रोसेस करता है।

(2) कम्प्यूटर की प्रत्येक गतिविधि (ऑपरेशन) को नियन्त्रित एंव संचालित करता है।

(3) कम्प्यूटर के विभिन्न भागों के डाटा आवागमन को नियन्त्रित करता है।

इस प्रकार से सी.पी.यू. दो प्रमुख कार्य करता है। पहला डाटा प्रोसेसिंग एवं दूसरा नियन्त्रण रखना। इन कार्यों हेतु सी. पी. यू. तीन भागों में विभाजित होता है-

(a) अर्थमैटिक लॉजिक यूनिट (Arithmetic Logic Unit)

(b) कंट्रोल यूनिट (Control Unit)

(c) आन्तरिक मेमोरी (Internal Memory)

(a) अर्थमैटिक लॉजिक यूनिट (Arithmetic Logic Unit)- इसे संक्षिप्त में ए. एल. यू. (ALU) कहते हैं। सी. पी. यू. के इस भाग द्वारा डाटा पर गणितीय एवं तार्किक क्रियाएँ करायी जाती हैं: जैसे—±, -4, आदि गणितीय एवं. (Grater), = (Equal to), < (Less than) आदि तार्किक ऑपरेशन।

(b) कण्ट्रोल यूनिट (Control Unit)- इसे संक्षिप्त में सी.यू. (CU) कहते हैं।

कम्प्यूटर के सभी हार्डवेयर का संचालन एवं नियन्त्रण का कार्य एवं कम्प्यूटर द्वारा की जा रही सभी गतिविधियाँ सी.यू. के द्वारा ही की जाती हैं। ए. एल. यू. की भी सभी गणनाएँ इसी की देखरेख में ही सम्पन्न होता है।

(c) आन्तरिक मेमोरी (Internal Memory)- सी.पी.यू. डाटा प्रोसेसिंग के दौरान बीच में प्राप्त होन वाले परिणामों को तथा डाटा आइटम को थोड़े समय के लिये कुछ तेज गति एवं कम भण्डारण क्षमता वाली मेमोरी में संग्रहित करता है जिसे सी. पी. यू. की आन्तरिक मेमोरी कहते हैं।

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About the author

Kumud Singh

M.A., B.Ed.

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