महाराजा का इलाज सन्दर्भः- प्रसंग- व्याख्या | यशपाल – महाराजा का इलाज
महाराजा का इलाज सन्दर्भः– प्रसंग- व्याख्या | यशपाल – महाराजा का इलाज
महाराजा का इलाज
(1) महाराजा गर्मियों में प्रतिवर्ष मंसूरी में जाकर रियासत की कोठी में रहते थे। कोठी की अपनी रिक्शाएं थी। रिक्शा खींचने वाले कुलियों की नीली वर्दियों पर मोहाना स्टेट के बिल्ले चमचमाते पीतल के रहते थे। महाराज जब कभी कोठी से रिक्शा पर बाहर निकलते तो रिक्शा खींचने वाले चार कुलियों के साथ, बदली के लिए अन्य चार कुली भी साथ दौड़ते चलते थे। सावधानी के लिए महाराजा के निजी डॉक्टर घोड़े पर सवार रिक्शा के पीछे रहते थे।
संदर्भ एवं प्रसंग – पूर्ववत् ।
व्याख्या – उत्तर प्रदेश के मोहाना रियासत के महाराज हर गर्मी के दिनों में हर वर्ष मंसूरी जाकर अपनी रियासत या स्टेट की बनी कोठी में निवास करते थे। महाराज की कोठी में अपनी निजी रिक्शाएं रहती थीं। जिन पर बैठकर महाराजा टहलने निकलते थे। रिक्शा खींचने वाले कुलियों के नीले रंग की वर्दियों पर महाराजा मोहाना स्टेट के पीतल के बने बिल्ले चमचमाते रहते थे। महाराज जब कभी भी कोठी से रिक्शे पर सवार होकर बाहर निकलते तो रिक्शा खींचने वाले चार कुलियों के साथ चार अन्य कुली भी इन कुलियों की बदली करने के लिए साथ-साथ दौड़ते रहते थे। इसके साथ ही साथ चूंकि महाराज बीमार थे इसलिए सावधानी के लिए महाराज का निजी डॉक्टर घोड़े पर सवार होकर रिक्शा के पीछे-पीछे चलता रहता था।
(2) महाराजा को साधारण लोग-बाग की तरह कोई साधारण बीमारी नहीं थी। देश और विदेश से आये बड़े-बड़े डॉक्टर भी उनकी बीमारी का निदान और उपचार करने में मुँह की खा गये थे। लोगों का विचार था कि चिकित्साशास्त्र के इतिहास में ऐसा रोग अब तक देखा सुना नहीं गया। ऐसे राज-रोग को कोई साधारण आदमी झेल भी कैसे सकता था।
सन्दर्भ एवं प्रसंग – प्रस्तुत पंक्तियाँ यशपाल कृत कहानी ‘महाराजा का इलाज’ से अवतरित है। इसमें उत्तर प्रदेश के मोहाना रियासत के महाराजा की बीमारी का वर्णन किया गया है।
व्याख्या – मोहाना रियासत के महाराजा को असाधारण बीमारी थी, जिसका साधारण लोग इलाज नहीं कर सकते थे। देश विदेश के काफी बड़े-बड़े डॉक्टर उनकी बीमारी का उपचार करने में असफल हो चुके थे। लोगों का विचार था कि चिकित्सा पद्धति के अन्तर्गत ऐसे रोग का कहीं उल्लेख ही नहीं किया गया है। इस प्रकार की बीमारी को राजरोग की संज्ञा दी गयी है। जिसका जन साधारण इलाज नहीं करवा सकता।
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