अर्थशास्त्र / Economics

उत्तर प्रदेश का औद्योगिक विकास | उत्तर प्रदेश के प्रमुख उद्योग | प्रदेश के औद्योगिक विकास हेतु अवस्थापना सुविधाएँ

उत्तर प्रदेश का औद्योगिक विकास | उत्तर प्रदेश के प्रमुख उद्योग | प्रदेश के औद्योगिक विकास हेतु अवस्थापना सुविधाएँ

उत्तर प्रदेश का औद्योगिक विकास (Industrial Development of U.P.) –

भारत जैसे विकासशील देश की अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने में उद्योगों की विशेष भूमिका है। उ0 प्र0 जनसंख्या की दृष्टि से भारत का सबसे बड़ा राज्य है। प्रदेश में कृषि प्रधानता के पश्चात् दूसरे स्थान पर उद्योग है। प्रदेश के उद्योग राज्य की अर्थव्यवस्था में अनुमानतः 20 प्रतिशत योगदान दे रहे हैं तथा 8 प्रतिशत लोगों को इस क्षेत्र में रोजगार मिला हुआ है। वर्ष 2011-12 में 33532 लघु उद्योगों की स्थापना से 1,86,755 लोगों को रोजगार सृजन हुआ और 3452.93 करोड़ रू) का पूँजी निवेश हुआ यह आँकड़े अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त उ)प्र) शासन ने प्रकाशित किये हैं।

प्रदेश में कुटीर एवं लघु उद्योग धन्धे जो कृषि आधारित हैं, उन्हीं का भरपूर विकास हुआ है। जैसे-चीनी, सूती वस्त्र एवं वनस्पति तेल, डालडा आदि। इनके अलावा प्रदेश में-कपड़ा, कागज, सीमेन्ट, कृषि उपकरण, लकड़ी उद्योग, काँच, जूट, गारमेन्ट, कैमिकल उत्पाद, रबड़ व प्लास्टिक उत्पाद, मशीनरी, ट्रान्सपोर्ट पार्ट्स, इलेक्ट्रिक सामान आदि प्रमुख उद्योग हैं।

प्रदेश के प्रमुख उद्योग- उ0 प्र0 के प्रमुख उद्योगों में सूती उद्योगों में सूती वस्त्र उद्योग, रेशम उद्योग व चीनी उद्योग के बड़े उद्योगों के अलावा सूक्ष्म एवं लघु उद्योगों की हजारों इकाइयाँ स्थापित है।

सूती वस्त्र (या) हथकरघा उद्योग- प्रदेश के सूती वस्त्र उद्योग का भारत में तीसरा स्थान है। इस प्रकार प्रदेश में सर्वाधिक रोजगार हथकरघा उद्योग में प्राप्त हुआ है। इसलिए कृषि के पश्चात रोजगार के अवसर बड़े पैमाने पर सूती वस्त्र उद्योग में प्राप्त हुआ है। प्रदेश में कलात्मक कपड़ों में बनारसी सिल्क साड़ियाँ, गोरखपुर का बेड कवर, सीतापुर-इटावा की दरियाँ, फरूखाबाद का लहंगा-चुनरी, गाजीपुर का पर्दा व गाजियाबाद का टेरी टावेल प्रसिद्ध हैं।

जबकि सूती वस्त्र के उद्योग कानपुर (उत्तर भारत का मानचेस्टर), बरेली, आगरा, गाजियाबाद, मेरठ, अलीगढ़, बदायूँ, मुरादाबाद, वाराणसी, मोदीनगर व उझानी सहारनपुर आदि में 10 से अधिक उद्योग हैं।

हस्तशिल्प से निर्मित कपड़े मुख्यत: संडीला, लखनऊ, मगहर, मिर्जापरु, फरूखाबाद, इटावा, मुबारकपुर, धामपुर आदि में होता है तो बनारसी रेशम की साड़ियाँ, लखनऊ का चिकन, रामपुर की जरीदरदोजी विश्व में प्रसिद्ध है।

उत्तर प्रदेश का चमड़ा उद्योग- प्रदेश का चमड़ा उद्योग मुख्यत: निय्यातोन्मुखी उद्योग है। इस क्षेत्र में 5 लाख लोगों को रोजगार प्राप्त है, लघु, मध्यम व वृहद् आकार की इकाइयाँ मुख्यत: कानपुर, उन्नाव मे स्थापित हैं। जबकि चेन्नई में चर्म क्षेत्रीय प्रसार केन्द्र स्थापित है।

रेशम उद्योग-भारत का रेशम उद्योग विश्व में चीन के बाद द्वितीय स्थान पर है। राज्य के 54 जिलों में शहतूती रेशम व रेरी रेशम का उत्पादन किया जाता है, जबकि 43 जिलों में शहतूती रेशम फार्म हैं, जिनमें लखीमपुर, सोनभद्र, बहराइच, चन्दौली आदि प्रमुख केन्द्र हैं। प्रदेश में 50 टन से 75 टन तक रेशम का उत्पादन हो रहा है। रेशम के विकास हेतु उ)प्र) में प्रादेशिक कोआपरेटिव सेरीकल्चर फेडरेशन 1992 एवं रेशम अनुसंधान एवं विकास केन्द्र गोण्डामें स्थापित है।

चीनी उद्योग- उ0प्र0 में चीनी उद्योग की स्थापना अंगेजों द्वारा भारत की पहली चीनी मिल 1903 में देवरिया में स्थापित हुई। इसके पश्चात् प्रदेश में 50 से अधिक चीनी मिलें स्थापित की गई। वर्तमान में 168 सरकारी गन्ना विकास समितियाँ व उ0प्र) गन्ना विकास संस्थान 1975 में लखनऊ को केन्द्र बनाया गया| इतना ही नहीं, गन्ने के उत्पादन को देखते हुए प्रदेश में लगभग 30 चीनी मिलें भी स्थापित हुई हैं।

प्रदेश के औद्योगिक विकास हेतु अवस्थापना सुविधाएँ

प्रदेश के औद्योगिक विकास हेतु राज्य में 6 औद्योगिक विकास प्राधिकरण स्थापित हो चुके हैं-

  1. नवीन ओखला औद्योगिक विकास प्राधिकरण (नोएडा)
  2. गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण (गोण्डा)
  3. वृहद नवीन ओखला औद्योगिक विकास प्राधिकरण (ग्रेटर नोएडा)
  4. सतहस्या औद्योगिक विकास प्राधिकरण (सीडा)
  5. लखनऊ औद्योगिक विकास प्राधिकरण (लीडा)
  6. यमुना एक्सप्रेस वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण, खण्ड-नोएडा, जो 6 लेन का 165 किमी0 की परियोजना पूरी हो चुकी है।

उत्तर प्रदेश के प्रमुख उद्योग

अफीम उद्योग- गाजीपुर

जूट कारखाने- कानपुर एवं गोरखपुर

चमड़ा उद्योग- कानपुर नगर, उन्नाव, मेरठ, कानपुर देहात, आगरा, लखनऊ

कागज उद्योग- रायबरेली, रामपुर, उन्नाव, सहारनपुर, मुजफ्फर नगर

इत्र उद्योग- कन्नौज, लखनऊ, जौनपुर, इलाहाबाद, गाजीपरु

काँच उद्योग- फिरोजाबाद, नैनी, गाजियाबाद, मेरठ

दरी उद्योग- इटावा, बरेली, आगरा, शाहजहॉपुर, मिजापुर

चीनी मिट्टी बर्तन उद्योग- गाजियाबाद, मिजजापुर, सोनभद्र, फिरोजाबाद, अतरोली, हापुड़, बड़ौत

हथकरघा सूती वस्त्र उद्योग- गोरखपुर, मेरठ, देवबन्द मऊ, मुबारकपुर, टाडा, मताहर, सिकन्दराबाद, धामपुर

ताला उद्योग- अलीगढ़़

लोहे के बाँट उद्योग- आगरा व सहारनपुर

तम्बाकू उद्योग- मैनपुरी, फर्रूखाबाद, कानपुर, वाराणसी

उत्तर प्रदेश के प्रमुख वृहद स्तरीय उद्योग

  1. रेल कोच कारखाना (भारत का तृतीय उद्योग)- लालगंज, रायबरेली
  2. डीजल लोकोमोटिव उद्योग- वाराणसी, मडुआडीह
  3. स्टील अरथॉरिटी लिमिटेड- अमेठी, जगदीशपुर
  4. आटोमोबाइल उद्योग- लखनऊ, गौतमबुद्ध नगर
  5. भारत हैवी इलेक्ट्रिकल्स लि0- झाँसी, जगदीशपुर, वाराणसी
  6. भारत एक्सप्लोसिव (बारूद फैक्टरी) –ललितपुर
  7. वैद्यनाथ आयुर्वेदिक औषधि फर्म- नैनी इलाहाबाद
  8. भारत पम्प लिमिटेड- नैनी इलाहाबाद
  9. त्रिवेणी स्टूक्चरल लिमिटेड- नैनी इलाहाबाद
  10. कृत्रिम अंग निर्माण लिमिटेड- कानपुर
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About the author

Kumud Singh

M.A., B.Ed.

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