फुटबॉल खेल के नियम

फुटबॉल खेल के नियम (Foot Ball)- इतिहास, खेल का मैदान तथा फुटबॉल खेल के महत्वपूर्ण तथ्य

फुटबॉल खेल के नियम (Foot Ball)- इतिहास, खेल का मैदान तथा फुटबॉल खेल के महत्वपूर्ण तथ्य

फुटबॉल खेल का जन्मदाता मिस्र देश माना जाता है। मिस्त्र में ‘हरपासटोन’ नाम से यह खेल प्रसिद्ध था।

इतिहास

 चीन में यह खेल 300 ईसा पूर्व से 500 ई० के मध्य ‘सु चु’ के नाम से प्रचलित था । ‘सु चु’ का शाब्टिक अर्थ है पैर से गेंद को ठोकर मारना। कुछ खेल विशेषज्ञो का मत है कि फुटबॉल खेल का जन्म यूनान के प्राचीन नगर-राज्य स्पर्टा में हुआ था, जहां से यह सम्पूर्ण रोमन साम्राज्य में फैल गया। कहा जाता है कि रोमन सम्राट ऑगस्टस सीजर ने इस खेल को बन्द करा दिया था। कालान्तर में यह खेल इंग्लैण्ड तथा अन्य देशों में लोकप्रिय हो गया 270 ईसा पूर्व इंग्लेण्ड में ‘रगबी’ नामक स्थान पर फुटबॉल का विशेष प्रचलन था। 12वीं शाताब्दी में इंग्लैण्ड में फुटबॉल का प्रसार हुआ। उस समय इंग्लैण्ड में मंगलवार के दिन सभी व्यक्ति फुटबॉल खेलते थे और इस दिन को ‘महान फुटबॉल दिवस’ के रूप में मनाते थे। सन् 1314 में इंग्लेम्ड के सम्राट एडवर्ड द्वितीय ने कुछ सैनिक कारणों से इस खेल पर प्रतिबन्ध लगा दिया। यह प्रतिबन्ध एलिजाबेथ प्रथम के काल तक चलता रहा।

आधुनिक फुटबॉल खेल का आरम्भ 19वीों शताब्दी में हुआ। 24 अक्टूबर, 1857 को इंग्लैण्ड में ‘शेफील्ड फुटबॉल क्लब’ की स्थापना हुई। सन् 1863 में ‘लन्दन फुटबॉल एसासिएशन बनी। सन् 1871 में ‘रग्बी फुटबॉल यूनियन’ का गठन हुआ। फुटबॉल की पहली प्रतियोगिता सन् 1871 में ‘एफ० ए० कप’ सम्मन्न हुई। इस कप को ‘वाण्ड्से क्लब’ ने जीता। नवम्बर, 1872 में इंग्लैण्ड एवं आयरलैण्ड के मध्य फुटबॉल का पहला अन्तराष्ट्रीय मैच हुआ, जो अनिर्णीत रहा। सन् 1873 में स्कॉटलेण्ड, सन् 1876 में वेल्स तथा सन् 1879 में आयरलेण्ड में फुटबॉल संगठन बने ।

फुटबॉल के नियम सर्वप्रथम सन् 1864 में बनाए गए। सन् 1875 में पहली बार ‘गोल पोस्ट’ बनाया गाया सन् 1878 में पहली बार फुटबॉल में रेफरी द्वारा सीटी का प्रयोग हुआ। सन् 1891 से ‘लाइनमेन’ की प्रथा प्रारम्भ हुई। सन् 1898 में पेशेवर खिलाड़ियों के लिए ‘प्लेयर्स यूनियन’ का गठन हुआ। 21 मई, 1904 को “फीफा” (केडरेशन इप्टरनेशनल दि फुटबॉल एसोसियेशन) की स्थापना हुई। यह संस्था अन्तरष्ट्रीय फुटबॉल मैचों का आयोजन करती है। सन् 1954 में ‘यू० ई० एफ० एo नामक संस्था की स्यापना हुई। यह यूरोप में फुटबॉल मैचों का आयोजन करती है। सन् 1956 में ‘अफ्रीका फुटबॉल संघ’ की स्थापना हुई। सन् 1961 में ‘अमेरिकी महादीप फुटवॉल संघ की स्थापना हुई। सन् 1964 में ‘एशियाई फुटबॉल संघ’ को गठन हुआ और सन् 1966 में ‘ओसिनियाई महाद्वीप फुटबॉल संघ’ की स्थापना हुई।

भारत में फुटबॉल का आरम्भ सन् 1840 में हुआ। सन् 1878 में इस खेल के नियम बनाए गए। आजकल यह भारत का एक लोकप्रिय खेल है।

फुटबॉल का मैदान

 कफुटबॉल खेल का मैदान आयताकार होता है। इस मैदान की माप 100 मीटर लम्बाई x 64 मीटर चौड़ाई से 110 मीटर x 75 मीटर तक होती है। मैदान की लम्बाई को ‘साइड लाइन’ और चौड़ाई को ‘गोल लाइन’ कहा जाता है। खेल का मैदान मध्य रेखा द्वारा दो भागों में विभाजित होता है। मध्य रेखा के केन्द्र से एक वृत्त खींचा जाता है, जो ‘आरम्भ का वृत्त’ कहलाता है। मैदान के दोनों सिरों पर 7-32 मीटर तक चौड़ा गोल क्षेत्र होता है। गोल. की ऊँचाई 2.44 मीटर होती है। गोल क्षेत्रों के दोनों ओर आयताकार ‘पेनाल्टी क्षेत्र’ होता है। पोलों के पीछे फुटबॉल रोकने के लिए जाल डाला जाता है।

फुटबॉल खेल के महत्त्वपूर्ण तथ्य

 फुटबॉल खेल से सम्बन्धित महत्त्वपूर्ण तथ्य निम्नलिखित हैं-

(1) फुटबॉल खेल में दो टीमें खेलती हैं और प्रत्येक टीम में 11 खिलाड़ी होते हैं।

(2) फुटबॉल गेंद की परिधि में 27 से 28 इंच तक अथवा 68.5 सेमी से 71 सेमी तक होती है। इसका वजन 25 औंस होता है।

(3) इस खेल की अवधि 90 मिनट, मध्यान्तर सहित होती है। अनिर्णीत स्थिति में खेल की अवधि 15 मिनट तक बढ़ाई जा सकती है।

(4) फुटबॉल खेल की शब्दावली में गोली, कॉर्नर, फॉरवर्ड, पेनाल्टी, किक, डाइरेक्ट किक, ड्रिबल, मिड फोल्ड, सेण्टर, स्ट्राइकर, पास, बैक पास, कॉर्नर किक, फर्स्ट हाफ, सेकण्ड ऑफ, इनडाइरेक्ट किक, फ्री किक, एक्स्ट्रा टाइम, फाउल, गोल, रेफ्री, ऑफ साइड, सीजर्स, किक, बनाना किक, विंगर, स्वीपर, थ्रो इन, वाली, टच लाइन, मेण्ड ऑफ, नेट, बार्स, टाई ब्रेकर, सडेन डेथ, कॉर्नर फ्लैग, थू बाल, टोटल फुटबॉल, टैकेल, बाल पास, गोलकिक, स्लाइडिंग टैकल हैटट्रिक मार्किंग, फेयर चार्ज,हैडबॉल, चिप, फार पोस्ट आदि शब्द विशेष महत्तवपूर्ण है।

(5) खेल का संचालन रेफरी सीटी बजाकर करता है। उसकी सहायता के लिए लाइनमैन्स मैदान के चारों ओर घूमते रहते हैं।

(6) खेल में जो टीम अधिक गोल करती है, वही विजयी घोषित की जाती है।

फुटबॉल खेल के नियम- फुटबॉल खेल के प्रमुख नियम निम्नलिखित हैं-

(1) फुटबॉल के प्रत्येक मैच में दो निरीक्षक होते हैं, जो फुटबॉल की स्थिति और दोनों टीमों के खिलाड़ियों की गतिविधियों पर कड़ी दृष्टि रखते हैं और आवश्यकता पड़ने पर रेफरी  उनसे परामर्श करता है।

(2) जब खेल के दौरान कोई खिलाड़ी अपनी विपक्षी टीम पर गोल करने के लिए स्वत्त्र रूप से गेंद पर पदाघात करता है, तब उसे ‘फ्री किक’ कहा जाता है।

(3) यदि कोई खिलाड़ी खेलते समय फुटबॉल की अपेक्षा किसी गोल रेखा के निकटतम और अपनी ही टीम के खिलाड़ी को सीधा पास देता है, तो उसे ‘ऑफ साइड’ घोषित किया जाता है।

(4) जब फुटबॉल जमीन पर अथवा हवा में स्पर्श रेखा को पार करके पारित रेखा क्षेत्र से अन्त में गेंद स्पर्श करने वाले खिलाड़ी को, विपक्षी दल के खिलाड़ी द्वारा किसी भी दिशा में फेंकी जाए तो इसे ‘थ्रो इन’ कहा जाता है।

(5) यदि कोई खिलाड़ी जानबूझकर खेल भावना के विरुद्ध कोई कार्य करता है तो ठसे ‘पेनात्टी किक’ दिया जाता है।

प्रमुख प्रतियोगिताएँ

  1. विश्वकप फुटबॉल (फीफा कप)
  2. एशिया कप
  3. अन्तर्राष्ट्रीय नेहरू गोल्ड कप
  4. मडेका कप
  5. रोबर्स कप
  6. सुब्रतो कप
  7. महिला फेडरेशन कप
  8. फीफा (रेफ्रीज स्मारक) कप
  9. अफ्रीका कप
  10. एफ० ए० चैलेंज कप
  11. सीजर्स कप
  12. सन्तोष ट्रॉफी
  13. लालबहादुर शास्त्री ट्रॉफी
  14. टाडे मेमोरियल ट्रॉफी आदि।
  15. डूरण्ड कप
  16. डी० सी० एम० काय ।
  17. कोपा कप (अमेरिका)
  18. एअरलाइन्स गोल्ड कप
  19. संजय गोल्ड कप
  20. राजीव गांधी गोल्ड कप
  21. दक्षेस स्वर्ण कप
  22. कलिंग कप
  23. बेगम हजरतमहल ट्रॉफी
  24. जे० सी० गुहा

प्रमुख खिलाड़ी

  • ब्राजील– पैले, जूलियो सीजर, करेबा ।
  • अमरीका– टोनी मिचोला, अलेक्सी लालस ।
  • ईराक– अहमद राडी।
  • चीन– वु क्युन ली।
  • कैमरून– रोजर किल्ला।
  • इटली– शिला ची ।
  • नार्वे– लार्स बोहीमैन।
  • स्पेन– अटलेहिको, जूलिस ।
  • लैटविया– लियाड्ड्स ।
  • डेनमार्क– जॉन जेनसन।
  • हॉलैण्ड– रूड गुलिट, फ्रेंक रिजकार्ड, मार्को बेन बास्टमं ।
  • फ्रांस– माइकल प्लाटिनी।
  • अर्जेण्टाइना– क्लाडिओ केनिया, डियोगा मेराडोना ।
  • जर्मनी– जुर्गेन, क्लिसमेन्स, लोथार मथाऊस, रूडी बालर।
  • इंग्लैण्ड– इयान राइट, पीटर शिल्टन, गेरी लिनेकर, निजेल क्लोह, पॉल गस्कोजिन।
  • भारत– हेमन्त बोरा, इलियास पाशा, विजयन, वी० पी० सत्यन, मन्ना गोस्थे, पी० के० बनर्जी, चुन्नी गोस्वामी, जनरैल सिंह, अरुण घोष, यूसुफ खान, मदन सिंह, गुरदेव, ब्रह्मानन्द, मुहम्मद हबीब, शान्ति मलिक, बूनो कोटिनहो, भाई चुंग भूटिया, सुधीर करमाकर आदि ।

 

 महत्वपूर्ण लिंक 

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